कितना सुंदर है! सुन्दरकाण्ड-पं०भरत उपाध्याय* *
*कितना सुंदर है! सुन्दरकाण्ड-पं०भरत उपाध्याय* * *सिंधु तीर एक भूधर सुंदर।* कौतुक कुदि चढ़ेउ ता ऊपर।। (५/०/३) सुन्दरकाण्ड के उपरोक्त चौपाई में जो सर्वप्रथम *’सुंदर’* शब्द प्रयुक्त हुआ है वह…
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*कितना सुंदर है! सुन्दरकाण्ड-पं०भरत उपाध्याय* * *सिंधु तीर एक भूधर सुंदर।* कौतुक कुदि चढ़ेउ ता ऊपर।। (५/०/३) सुन्दरकाण्ड के उपरोक्त चौपाई में जो सर्वप्रथम *’सुंदर’* शब्द प्रयुक्त हुआ है वह…
प्रभात इंडिया न्यूज़/भीतहां अजय गुप्ता राम काज लगि तव अवतारा।* सुनतहिं भयउ पर्वताकारा ।। (४/२९/३) पृथ्वी पर श्री हनुमान जी के अवतरण के मूल उद्देश्य की पूर्ति का श्री गणेश…
प्रभात इंडिया न्यूज़/भीतहां पाप से मन को बचाये रहना और उसे पुण्य में प्रवृत्त रखना यही मानव जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ है। एक बहुत अमीर सेठ थे। एक दिन…