प्रभात इंडिया न्यूज़/भीतहां अजय गुप्ता
भितहा/मधुबनी, राजकीय कृत हरदेव प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज मधुबनी के पूर्व प्राचार्य पं०भरत उपाध्याय ने अपने कालेज के विद्वान शिक्षक पं०रामवचन त्रिपाठी के यशस्वी पुत्र विजय कृष्ण त्रिपाठी के हाईस्कूल में अध्यापक के पद पर चयनित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बाढ़ें पुत्र पिता के धर्में, खेती उपजे अपने कर्में। विजय कृष्ण ने अपने इस उपलब्धि से हम शिक्षकों सहित विद्यालय का मान बढ़ाया है।
इसअवसर अंतर्राष्ट्रीय विद्वान आचार्य प्रभाकर शुक्ल ने कहा कि जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने के लिए सबसे पहले आवश्यक है कि आप अपनी सोच सकारात्मक रखें ।अपने मन पर कोई पाबंदी न लगने दें।स्वयं का मूल्यांकन करके यह जानने का प्रयास करें कि वह कौन सी चीज है जो चेहरे पर एक बहुत प्यारी सी मुस्कान लाकर आत्म संतुष्टि प्रदान करती है ।जीवन का लक्ष्य अगर सामने हो तो मेहनत करना अच्छा भी लगता है, आसान भी होता है और हम इसमें काफी हद तक सफल भी हो जाते हैं ।लक्ष्य निर्धारण के पश्चात हमें मेहनत करना एक सही दिशा ज्ञात होता है ।मानव जीवन में समाज को हम सभी से अपेक्षा रहती है, माता-पिता ,गुरु ,परिवार व समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए उचित लक्ष्य का निर्धारण आवश्यक है।
बताते चलें, पंडित रामवचन जी संस्कृत के विद्वान शिक्षक रहे हैं। उन्होंने अपने सभी बच्चों को पढ़ा लिखाकर मेधावी बनाया। यह गर्व की बात है।