प्रभात इंडिया न्यूज डेस्क बिहार।लौरिया (प्रियतम कुमार)
नगर पंचायत स्थित ऐतिहासिक लौरिया फैंसी मेले की तैयारी शुरु हो गई है। अभीकर्ता रामबाबु जायसवाल ने ऐतिहासिक अशोक स्तंभ (लउर बाबा) की पूजा अर्चना कर चांट कटवाना शुरु कर दिया है। लउर बाबा के नाम से प्रख्यात इस मेले का मधान (शुरुआत) उनतीस नवम्बर को है। बतादे कि यह मेला शताब्दियों पहले से महादेशीय स्तर का पशु मेला के रुप मे विख्यात था। धीरे धीरे पशुओं की संख्या कम होने तथा यांत्रीक खेती शुरु होने के कारण मेला मे पशुओं की संख्या कम होती गई,नतीजन अब पशु मेला से गायब ही हो गए। अब यह मेला फैंसी मेले के रुप मे विख्यात है। यह मेला अब लकडी के समान और गर्म कपडो के लिए विख्यात हो गया है। अभीकर्ता ने बताया कि करीब तीन सौ दुकाने सजती है। मेला दो माह तक चलता है। इस मेला से प्रति वर्ष हजारो दिवस रोजगार का सृजन होता है। लकडी के समान बनाने वाले पचास से अधिक दुकानदार सालो भर अपने घर लकडी का समान बनाते है और इस मेले मे बेचते है। इस मेले मे खेल तमाशा, थियेटर, खाने पीने की चीजें रोजमर्रा मे प्रयुक्त होने वाली चिजों के दुकान भी लगती है। मौके पर बच्चा ठाकुर, जवाहिर महतो, रामबेलाश साह, प्रभु राय, शम्भु राय, क्रांति राय सहित अन्य कर्मी मेले कि तैयारी और दुकानदारों के लिए जगह चिन्हित करने में लगे हुए है।