मरीजों को समय पर मिले समुचित ईलाज।दवा, जांच की सुविधा सहित अन्य सभी सुविधाएं समय पर कराएं उपलब्ध।गैर निबंधित अल्ट्रासाउंड केन्द्रों के विरूद्ध करें नियमानुकूल कार्रवाई।जिलाधिकारी ने की स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यान्वित योजनाओं/कार्यक्रमों की गहन समीक्षा।डॉक्टर, नर्सेज एवं अन्य कर्मी अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर उपस्थित रहकर करें ड्यूटी।
प्रभात इंडिया न्यूज/ डेस्क/ बिहार।बेतिया (सोनू भारद्वाज)
जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने आज समाहरणालय सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यान्वित योजनाओं/कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गयी। इस दौरान ओपीडी, आईपीडी, एएनसी, संस्थागत प्रसव, मीनी लैप, आईयूसीडी, बीसीजी, फुल इम्युनाईजेशन, रूटीन इम्युनाईजेशन, सीडीआर/एमडीआर सहित अन्य योजनओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी।समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि डॉक्टर्स ओपीडी संचालन को अत्यंत ही गंभीरता से लें। जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को समय पर समुचित ईलाज, उनकी देखभाल हर हाल में होनी चाहिए। मरीजों को दवा का वितरण, जांच की सुविधा सहित सरकार द्वारा देय सभी सुविधाएं समय पर मिले, इसे सुनिश्चित करें।उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। मरीजों को समुचित चिकित्सा मिले, इस हेतु सरकार एवं जिला प्रशासन दृढ़संकल्पित है। सरकार एवं जिला प्रशासन की छवि धूमिल नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखें। इसमें किसी भी स्तर पर कोताही एवं लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। संबंधित के विरूद्ध विधिसम्मत कार्रवाई निश्चित रूप से की जायेगी।उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि जिले में गैर निबंधित अल्ट्रासाउंड केन्द्र किसी भी सूरत में संचालित नहीं होनी चाहिए। गैर निबंधित अल्ट्रासाउंड केन्द्रों को अविलंब चिन्हित कराएं और उनके विरूद्ध नियमानुकूल कार्रवाई करें। इसके साथ ही निबंधित अल्ट्रासाउंड का संचालन स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कराना सुनिश्चित करें। नियमित रूप से अल्ट्रासाउंड जांच घरों का सूक्ष्मता के साथ निरीक्षण करें।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि विभागीय दिशा-निर्देशों के अक्षरशः अनुपालन करते हुए स्वास्थ्य संस्थानों का संचालन कराया जाय। डॉक्टर्स ओपीडी संचालन को अत्यंत ही गंभीरता से लें। डॉक्टर, नर्सेज एवं अन्य कर्मी रोस्टरवाईज अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर उपस्थित रहकर ड्यूटी करें, इसे सुनिश्चित किया जाय। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवा, सर्पदंश से बचाव की दवा, एंटी रैबीज इंजेक्शन सहित अन्य दवाएं और सामग्री उपलब्ध रहे, इसे सुनिश्चित करें। अस्पतालों को आवंटित एंबुलेंस हमेशा अपडेट रखें। एंबुलेंस संचालन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त नहीं होनी चाहिए।इस अवसर पर सिविल सर्जन, डॉ0 विजय कुमार, एसीएमओ, डॉ0 रमेश चन्द्रा, डीआईओ, डॉ0 अवधेश सिंह, एनसीडीओ, डॉ0 मुर्तुजा सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।