प्रभात इंडिया न्यूज/डेस्क/बिहार।बेतिया (सोनू भारद्वाज)।
मझौलिया अन्तर्गत ग्राम सेमरा घाट से बथना, गढवा, भोगाड़ी, बढैया टोला, बकुलिया टोला, महनवा होते हुए डुमरी तक प्रस्तावित नये बाँध पर जनहित एवं न्यायहित में रोक लगाते हुए पुराने जमीनदारी बाँध को ही उचीकरण, चौड़ीकरण एवं पक्कीकरण कराने एवं आवश्यकतानुसार जगह-जगह ठोकर निर्माण कराया जाए उक्त बातें मो ज्याउद्दीन ,सचिव,निर्वाह विकास संघर्ष समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के बाद पत्रकार मुलाकात के दौरान कहीं।कि हम सभी प्रखण्ड मझौलिया के उत्तरी क्षेत्र अन्तर्गत विभिन्न गाँवों के निवासी है। हमलोगों के क्षेत्र में ग्राम सेमरा घाट से बथना, गढवा, भोगाड़ी, बढैया टोला, बकुलिया टोला, महनवा होते हुए डुमरी तक पिछले कई दशकों से सिकरहना नदी के तट पर जमीनदारी बाँध कायम है जिसपर अनेको बार सरकारी योजनाओं द्वारा बाँध उचीकरण एवं मरम्मत कार्य कराया गया है और यह बाँध क्षेत्रवासीयो के लिए बरसात के दिनों में एक बरदान सिद्ध होता है। क्षेत्रवासियों के आग्रह पर पूर्व विधायक चनपटिया माननीय चन्द्रमोहन राय ने अपने पत्रांक 210 दिनांक 10.02.2011 द्वारा इसी जमीनदारी बांध का चौडिकरण उचीकरण एवं पक्कीकरण तथा आवश्यकतानुसार जगह जगह ठोकर निर्माण का अनुशंसा जल संसाधन विभाग से किया गया था किन्तु वर्तमान में यह सूचना प्राप्त हो रहा है सेमरा से डुमरी तक उपरोक्त वर्णित सभी गाँवों के दक्षिण दिशा में एक नया बाँध निर्माण प्रस्तावित है जिसका काम बरसात बाद शुरू होने वाला है। विदित हो कि सेमरा से डुमरी तक उपरोक्त वर्णित सभी गाँवों के दक्षिण दिशा में नया बाँध निर्माण होने से उपरोक्त सभी गाँव नदी के चपेट में आजायेगा और बरसात में उपरोक्त सभी गाँव पानी में डुब जायेगा। जिससे जनमानस का काफी नुकशान होगा और क्षेत्र वासीयों का जान माल बरसात के दिनों में हमेशा खतरे में रहेगा तथा यह बाँध क्षेत्रवासीयों के लिए श्राप सिद्ध होगा।
नया प्रस्तावित बाँध निर्माण होने से कोई व्यक्ति विशेष ही नहीं बल्कि उपरोक्त वर्णित सभी गाँव ही पानी में बह जायेगा। इस प्रस्तावित नया बाँध निर्माण पर तत्काल रोक लगाना । जनहित में आवश्यक है। ताकि क्षेत्रवासी बाढ़ में नदी के पानी के साथ घर सहित बहने से बच सके। आगे उन्होंने कि उपरोक्त वर्णित तथ्यों एवं परिस्थितियों के आलोक में नये प्रस्तावित बाँध निर्माण पर तत्काल रोक लगाने की क्या किया जाय। इस मौके पर विश्वनाथ प्रसाद सेवानिवृत शिक्षक, फिरोज शाह आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।