प्रभात इंडिया न्यूज़ अजय गुप्ता/भीतहां
पूर्व प्राचार्य पं०भरत उपाध्याय ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।फसल की बोआई से लेकर कटाई तक में उनका योगदान अहम है।कृषि के साथ पशु पालन का कार्य हो या अन्य, सभी को वह जिम्मेदारी से पूरा करती हैं।खेती श्रमसाध्य है। महिलाएं अपने श्रम से खेती को बढ़ावा दे रही हैं। बिना उनकी सहयोग से यह संभव नहीं हो सकता। महिलाएं मोटे अनाज से अनेक प्रकार के उत्पाद बनाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर सकती हैं।मोटे अनाजों में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं,जो स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। पशुपालन में महिलाओं का योगदान अधिकाधिक रहता है।साथ ही गृहकार्य में ये दक्ष होती हैं इनका अभी तक कोई विकल्प नहीं है।