14 जगह संवेदनशील किए गए चिन्हित। सभी चिन्हित जगह पर लगेंगे अग्नि शमन वाहन : जिला अग्निशमन पदाधिकारी।

प्रभात इंडिया न्यूज/डेस्क/ बिहार।बेतिया (सोनू भारद्वाज)

दुर्गा पूजा पंडालो अग्नि से संबंधित सुरक्षा से सभी तैयारियां कर ली गई है ।उक्त बातों की जानकारी मनीष कुमार ,जिला समादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी सह जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के महत्वपूर्ण संवेदनशील 14 स्थानो पर 16 अग्निशमन वाहन एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्त की गई है। आगे उन्होंने बताया कि जिसमें मुख्य रूप से समहारणलय , जिला नियंत्रण कक्ष, अग्नि शामान कार्यालय, पावर हाउस चौक, कोतवाली दुर्गा पूजा में अग्नि सुरक्षा हेतु वाणु की प्रतिनिधि की गई है आगे उन्होंने बताया पंडाल निर्माता पंडाल हमेशा भारतीय मानक ब्यूरो आई. एस. 8758-1993 के अनुरूप ही बनाये। फायर रिटारडेन्ट सोल्यूशन में उपचारित किया हुआ सूती कपड़े का पंडाल बनाया जाए। आगे उन्होंने बताया कि पंडाल के प्रत्येक 100 वर्ग मीटर स्थान पर अग्निशामक यंत्र 09 ली० क्षमता का अवश्य लगाये, पंडाल का निर्माण रेलवे लाईन, विद्युत सब-स्टेशन, चिमनी या भट्ठे से कम-से-कम 15 मीटर की दूरी पर हो।

पंडाल के चारों तरफ 4-5 मीटर खुला स्थान अवश्य रखें।

पंडाल में कम-से-कम तीन द्वार रखें जाए-एक सामने दो पार्श्व में।

प्रत्येक पंडाल के लिए अलग से फ्यूज सर्किट ब्रेकर लगाये जाये।

बिजली की तार को अच्छे से टेपिंग करें।यदि संभव हो तो बिजली का तार पी०वी०सी० पाईप से गुजारा जाए।

बिजली कट जाने पर Sparkless लाईट का प्रयोग करें।पुजा करते समय अगरबती, आरती, दिया आदि सावधानी से एवं सुरक्षित स्थान पर जलाए। अगरबत्ती/आरती होने तक विशेष रूप से एक व्यक्ति का उस पर ध्यान दें।

अस्थायी रसोई घर को पंडाल से 200 मी० की दूरी पर बनवायें।

हवन कुण्ड के पास 04 (1000 लीटर) बड़े ड्रम पानी, बाल्टी एवं मग के साथ अवश्य रखें।

स्थानीय अग्निशमन केन्द्र का टेलीफोन नम्बर जगह-जगह अवश्य प्रदर्शित करें।

रावण दहन वैसी जगह की जाय जहाँ पर पर्याप्त जगह हो। उसके लिए एक सुरक्षा घेरा बनाया जाय।

 

क्या न करें:-

पंडाल 03 मीटर से कम ऊँचाई का न लगाए।

पंडाल बनाने में सिन्थेटिक सामग्री से बने

आदि को प्रयोग न करें।

हैलोजन लाईट का प्रयोग पंडाल के अन्दर न करें।

कपड़े या रस्सी का प्रयोग न करें। पंडाल बिजली की लाईन के नीचे किसी भी

पंडाल परिसर में धुमपान न करें।

दशा में न लगाये।

पंडाल के अन्दर हवन कुण्ड का प्रयोग न करें। यदि अतिआवश्यक हो तो पंडाल से बाहर एवं खुले सुरक्षित स्थान पर किया जाए।

किसी भी स्थिति में बिजली तार को खुला न रखें। किसी भी स्थिति में लाईट हेतु मोमबती, दिया आदि का प्रयोग नहीं करें आग लगने पर 101/112 डॉयल करे

बिहार अग्निशमन सेवा

बचाव के लिए

बेतिया Mob. 7485805805 06254-241033

नरकटिंयागंज Mob. 7485805808 06253-242010 कॉल करें।

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