प्रभात इंडिया न्यूज़ लौरिया (प्रियतम कुमार)| नेपाल व जिले के तराई क्षेत्रो मे हुई भारी बारिस के कारण पहाडी नदियां सहित सिकरहना नदी उफान पर है। क्षेत्र मे 2017 की बाढ पहले से ही जहन मे है इस कारण लगातार हो रही बारिस से लोग सहमे हुए है। अशोक स्तंभ परिसर सहित स्टेडियम परिसर व साहु जैन विद्यालय भी बाढ के पानी से पूर्ण रुप से घीर चुका है।
बतादे कि सिकरहना नदी का जल ग्रहण क्षेत्र भी चौतरवा से शुरु होता है पुरे जलग्रहण क्षेत्र मे तीन दिनो से लगाताय बारिस हो रही है। इस नदी मे लौरिया आते आते खुंटी मशान रमरेखा और हडबोडा नदी भी मिल जाती है। जो नेपाल और चम्पारण के तराई क्षेत्र से निकलती हैं। इस पुरे तराई क्षेत्र मै तीन दिनो से भारी बारिस हो रही है। ये सभी नदियां उफान पर हैं। इस कारण प्रखंड के तेलपुर, लिटीया, डुमरा, भेडीहरवा, बरवा, गोनौली, लाकड, नुनियाटोला, पकडी, बघलोचना, बेलवा, जीरिया, दुबौलिया, लखनपुर गंश गोखुला, जवाहिरपुर, रामपरसौना, सौराहा, दनियाल परसौना, बृंदावन आदि गांवो के अगल बगल बाढ का पानी फैल गया है। प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। सीओ नितेश कुमार सेठ और बीडीओ संजीव कुमार भी सुबह से ही नदी किनारे स्थित सभी गांवो का दौरा कर रहे है। लोगों को अगाह भी कर रहे हैं कि वे ऊंचे स्थानो पर चले जाए नदी से दुर रहे। बीडीओ व सीओ ने बताया कि प्रशासन अलर्ट मोड पर है किसी को कोई खतरा दिखे प्रशासन को तुरंत सुचित करे। जो भी संभव सहायता होगी जिला प्रशासन के सहयोग से प्रखंड प्रशासन तैयार है। उन्होने बताया अभी तो खतरे की कोई बात नहीं है लेकिन पानी के बढते रफ्तार से आगे खतरा बढ सकती है।