प्रभात इंडिया न्यूज़/दुर्गेश कुमार गुप्ता/भितहा
भितहा थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूसे मोहम्मदी निकालकर पैगम्बर मोहम्मद साहब को याद किया। भितहा थाना क्षेत्र के ग्राम भुईधरवा, पिपरहिया, वृत बड़हरा, रूपही टाड, धुनिया पट्टी, रेडहा, खाप टोला आदि गांव से जुलूसे मोहम्मदी निकालकर पैगम्बर मोहम्मद साहब को याद किया और सभी गावों की जुलूस पिपरहिया मस्तान बाबा के मजार तक जाता हैं। वृत बड़हरा मस्जिद के हाफिज नौशाद आलम ने बताया कि पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म अरब के शहर मक्का में 570 ईस्वी में हुआ था।पैगंबर साहब के जन्म से पहले ही उनके पिता का निधन हो चुका था जब वह 6 वर्ष के थे तो उनकी मां की भी मृत्यु हो गई।मां के निधन के बाद पैगंबर मोहम्मद साहब अपने चाचा अबू तालिब और दादा अबू मुतालिब के साथ रहने लगे।इनके पिता का नाम अब्दुल्लाह और माता का नाम बीबी आमिना था.पैगंबर की पत्नी का नाम आयशा थी।पैगंबर मोहम्मद साहब इस्लाम के सबसे महान नबी और आखिरी पैगंबर हैं मोहम्मद साहब पूरी जिंदगी लोगों के बीच रहकर अमन चैन से रहने और भाईचारे के साथ रहने की शिक्षा दी। मोहम्मद साहब सभी जाति धर्म के लोगों को आपसी भाईचारे से रहने की शिक्षा दी। जन सुराज पार्टी के भितहा प्रखंड अध्यक्ष जमालुद्दीन अंसारी ने कहा कि
मदीना के लोग आपसी लड़ाइयों से परेशान थे और मोहम्मद साहब के संदेशों ने उन्हें वहां बहुत लोकप्रिय बना दिया। देश में ऊंच, नीच, गोरे, काला एक दूसरे से लोग नफरत करते थे इन सारी बुराइयां की खात्मा मोहम्मद साहब के आने के बाद हुई। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर अपने गांव के मस्जिद को सजाते हैं और रात में नफिल नमाज और कुरान की तिलावत करते हैं लोग अपने तरीके से जलसा और जुलूस भी निकाल कर उनको याद करते हैं। और मोहम्मद साहब का जो संदेश था जो आपसी भाईचारे का वह संदेश लोगों तक पहुंचाया जाता है। भितहा थाना अध्यक्ष राकेश कुमार अपनी पुलिस टीम के साथ जुलूस में शामिल है जरूर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।