जांच में पाए जाने पर डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन होगा रद।राष्टीय चिकित्सा परिषद में कार्यवाई की सिफारिश
प्रभात इंडिया न्यूज़ बगहा (समीउल्लाह कासमी)पश्चिम चंपारण जिला में झोला छाप डॉक्टरों द्वारा सरकारी डॉक्टर का नेम प्लेट लगाकर फर्जी नर्सिंग होम संचालन से कई मरीजों की गलत इलाज से जान गंवानी पड़ी जिसको गंभीरता से लेते हुए जिला सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और अनुमंडल अस्पतालों को सख्त निर्देश जारी किया हैं, कि कोई भी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा अपने रजिस्ट्रेशन नंबर का गलत उपयोग करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है .साथ ही उन्होंने कहा कि यदि किसी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या हस्ताक्षर का उपयोग किसी गैर-चिकित्सक को मेडिकल सेंटर चलाने के लिए दिया है और उस सेंटर पर अप्रशिक्षित लोगों द्वारा चिकित्सीय कार्य किया जाता हैं, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे . यदि किसी मरीज के साथ ऐसे गैर-प्रशिक्षित डॉक्टरों द्वारा चिकित्सा या सर्जरी के दौरान कोई दुर्घटना होती है, तो संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी .साथ ही संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी के विरुद्ध न केवल उच्च अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया जाएगा, बल्कि उक्त चिकित्सा पदाधिकारी के रजिस्ट्रेशन को रद्द करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद में सिफारिश भी किया जायेगा .वही सीएस ने निर्देश जारी करते हुए इस आदेश का सख्ती से पालन किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें .गौरतलब हो कि बिगत कुछ दिनों में झोला छाप डॉक्टरों के द्वारा इलाज क्रम मे कुछ लोगो की गलत इलाज से मौत हुई है . जांच के क्रम में पता चला कि सरकारी डॉक्टर के बोर्ड झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहे हैं ऐसे में गलत इलाज की वजह से कई बड़ी घटनाएं घट चुकी हैं यही कारण है कि प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फर्जी डॉक्टरों और निजी क्लिनिक सेंटरों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का फैसला लिया है .बता दें कि इस आदेश के बाद से जिले के चिकित्सा पदाधिकारियों और स्वास्थ्य केंद्रों पर हड़कंप मच गया है, और उम्मीद है कि इस कदम से फर्जी चिकित्सक पर लगाम लगेगी .