प्रभात इंडिया न्यूज़ भीतहां (स. सू. अजय गुप्ता)भितहा/मधुबनी, बांसी धाम स्थित शिव मंदिर प्रांगण में चल रहे श्रीमद् राम कथा एवं पंच कुंडीय रामार्चा यज्ञ का समापन हवन पूजन के साथ कल देर शाम संपन्न हुआ।
इस अवसर श्रेष्ठ कथा वाचक रामानुजाचार्य पुंडरीकाक्ष महाराज ने कहा कि संसार को ईश्वर से प्रकट मानें, तब मन में शांति रहेगी। जो कुछ हो रहा है अथवा जो कुछ होगा, उससे जीवन का कल्याण ही होगा। दयामय प्रभु सब का भरण पोषण करते हैं, आगे भी करेंगे ।अपने पूर्व कृत कर्मों के फल स्वरुप कुछ कष्ट आ जाए ,तो उसे भी सहर्ष सहन करना चाहिए। ईश्वर को दोष नहीं देना चाहिए। मैं यज्ञ में सम्मिलित सभी भक्तजन यूपी बिहार क्षेत्र के जनता जनार्दन के कल्याण की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। आगे भी इस तरह के यज्ञ का आयोजन होता रहे, इससे जीवन में आने वाली बाधाएं नष्ट होती हैं ।सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वे संतु निरामया:। सर्वे भद्राणि पश्यंतु मा कश्चिद् दु:ख भाग्भवेत्।
इस अवसर पर महाराज जी से विशेष चर्चा करते हुए, पूर्व प्राचार्य पंडित भरत उपाध्याय ने बांसी धाम की विशेषता बताते हुए कहा कि, बिहार सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिला अंतर्गत नारायणी की बेटी कही जाने वाली बांसी नदी, बिहार में प्रकट होकर उत्तर प्रदेश की परिसीमा में बहती है। बांसी नदी तट पर स्थित बांसीधाम में बड़े-बड़े सिद्ध, महापुरुष, योगी, साधु- संतआते रहे हैं! जन श्रुति के अनुसार नारायणी की तरह बांसी नदी भी मोक्षदायनी है लगभग बीस कोस के विशाल क्षेत्र के उत्तर प्रदेश, बिहार के निवासी आज भी बांसी धाम, मुक्तिधाम में चिता दहन करते हैं। यहां लगने वाले मेले में हर वर्ष उत्तर प्रदेश, बिहार व नेपाल के लोग बड़ी श्रद्धा के साथ भाग लेते हैं।
अंत में आयोजक मंडल ने भंडारे में विशेष प्रसाद की व्यवस्था किया था,जो देर रात तक चलता रहा। इस अवसर पर विनोद तिवारी, लक्ष्मण साहनी, राजेश कुमार, भीम सिंह, अमरनाथ पांडेय , अनिल साहनी,आकाश सिंह, संतोष सिंह राठौर, गोपाल पांडेय ,दिनेश कुमार गुप्ता ,अजय तिवारी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।