प्रभात इंडिया न्यूज state co-editor पिंटू कुमार रौनियार।बेतिया। अब से थोड़ी देर में लोकसभा चुनाव की मतगणना शुरू हो जाएगी और उम्मीद की जा रही है कि दोपहर 12 बजे के बाद से रुझान के रुख भी पता लगने लगेंगे. ऐसे में क्रम संख्या के आधार पर बिहार की नंबर 1 की सीट वाल्मीकिनगर संसदीय सीटों के परिणाम पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं.ऐसा इसलिए भी क्योंकि भारत-नेपाल के साथ ही और उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से सटे वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र को एनडीए का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन राजद के उम्मीदवार यहां इस बार टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं.दरअसल, बिहार के इकलौते टाइगर रिजर्व (व्याघ्र अभ्यारण) को अपने आप में समेटे वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र में अबकी बार आर-पार की लड़ाई है. यहां वर्तमान जदयू सांसद सुनील कुमार एनडीए की ओर से हैं तो राजद ने बगहा के चीनी मिल मालिक दीपक यादव के बीच कड़ा मुकाबला कहा जा रहा है. हालांकि, जदयू-राजद की कांटे की टक्कर के बीच दोनों प्रमुख गठबंधनों के उम्मीदवारों की मुसीबत बागी प्रत्याशियों ने बढ़ा रखी है.पिछले चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे प्रवेश मिश्रा जहां इस बार निर्दलीय चुनावी लड़ाई में हैं. वहीं, कल तक बीजेपी में रहने वाले दिनेश अग्रवाल ने भी स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रचार दाखिल कर चुनावी अखाड़े में हैं. दूसरी ओर असम में निर्दलीय दो बार सांसद रहे गणा सुरक्षा पार्टी के नव कुमार सरनिया उर्फ हीराबाई इस बार वाल्मीकिनगर से चुनाव लड़कर राजनीतिक तापमान को और गर्मा दिया है. दूसरी ओर वाल्मीकिनगर सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने दुर्गेश सिंह चौहान ,आजाद समाज पार्टी ने सफी मोहम्मद मियां भी खम ठोक रहे हैं. चंदेश्वर मिश्र, परशुराम साह और शंभू प्रसाद भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं.