जज़्बा हो तो सबकुछ मुमकिन है, हमने चट्टानों में भी राह बनते देखा है। 

रंजन कुमार // नरकटियागंज यूपीएससी सीएसई 2023 के नतीजे मंगलवार को घोषित कर दिए गए हैं. इस एग्जाम में बिहार के पश्चिम चंपारण जिला अंतर्गत नरकटियागंज अनुमंडल के रहने वाले रिटायर्ड शिक्षक पुत्र शाहंशाह सिद्दीकी ने ऑल ओवर इंडिया में 762 वाँ रैंक हासिल करने के साथ अपने माता पिता व शहर का नाम रौशन किया है. शाहंशाह की इस उपलब्धि पर उनका पूरा परिवार और दोस्त खुशी से झूम उठे हैं. शाहंशाह हमेशा से पढ़ाई में अव्वल रहे हैं. आईये जानते है शाहंशाह के अब तक के एकेडमिक रिकॉर्ड, तो उन्होंने जो भी एग्जाम दिया है, उसमें हमेशा टॉप ही किया है.

शाहंशाह बचपन से ही पढ़ाई में नंबर वन रहे हैं. यूपीएससी में भी उन्होंने यह रैंक हासिल कर यह साबित कर दिया है मेहनत और लगन से हर ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है| हालांकि वे मध्यम वर्गीय परिवार से हैं, उनके पिता मो० रिजवानुल्लाह एक सरकारी शिक्षक रह चुके है, माता शबरुन एक कुशल गृहणी व तीन भाइयों व एक बहन में शाहंशाह मेधावी रहे है | उनकी शुरुआती पढ़ाई नरकटियागंज स्थित लोटस पब्लिक स्कूल से शुरू हुई, जो कि नगर का एक प्रतिष्ठित स्कूल है. इस स्कूल से शाहंशाह ने 5वीं तक की पढ़ाई की है. उसके बाद हाई स्कूल नरकटियागंज से 10वीं तक की पढ़ाई की. चाहे 10वीं हो या 12वीं शाहंशाह ने हमेशा टॉप पर ही अपनी जगह बनाई रखी. उसके बाद शाहंशाह ने तकनीकी शिक्षा की ओर कदम बढ़ाया और विनायका मिशन युनिवर्सिटी से सिविल इंजीयरिंग किया, फिर शाहंशाह की रुचि पत्रकारिता की ओर बढ़ी और जामिया मिलिया इसलामिया से मास कॉम कर वर्ष 2016 – 2019 पत्रकारिता जगत में देश के एक बड़े न्यूज़ चैनल में भी अपने काबिलियत का लोहा मनवाया| हालांकि अभी शाहंशाह का सफर थमा नहीं था, उनकी रुचि अब देश के सर्वश्रेष्ठ परीक्षा यूपीएससी पास कर आईएएस बन देश की सेवा करने की थी|

है कठिन मंजिल मगर, धैर्य तुम खोना नहीं। पथ भ्रमित होना नहीं।

पग तुम्हारे जो बढ़ेंगे। निश्चित ही मंजिल मिलेगी। 

कर्म जो अपना करोगे, भाग्य भी सपने बुनेगी। 

जी हाँ ये वाक्या बिल्कुल कुछ ऐसा ही था, शाहंशाह के मन ने भी अब आईएएस बनने का सपना बुन लिया था, हालांकि ये सफर आसान नहीं था, पर पा न जाना लक्ष्य जब तक, तब तलक सोना नहीं, यही जज्बा लिए शाहंशाह आगे पढ़ते रहे व अपने छठे प्रयास में मंजिल पा ही लिया, और पूरे भारत में 762वाँ रैंक हासिल कर सबका मान बढ़ाया| वहीं उनके पिता शिक्षक मो० रिजवानुल्लाह ने बताया कि मेरे पुत्र की अपने भविष्य के प्रति अच्छी सोंच व लगन से यह मुकाम हासिल किया है, और आगे भी सेवा देते हुये निरंतर देश के काम आएगा| इसके बाद से उनके घर पर बधाई देने वालों का ताँता लगा रहा| इसी दौरान उनके प्रारभिक शिक्षा देने वाले विद्यालय के व्यवस्थपाक सह प्राचार्य आशीष रत्न उर्फ गोलू ने गुरुवार को एक सम्मान समारोह का भी आयोजन किया है, वहीं उनके बचपन के दोस्त, रविशंकर यादव, सुनील, आशीष, शिक्षक रजत आदि ने बताया कि शुरू से शाहंशाह मेधावी रहा, और अपने लक्ष्य को पाने की जिद थी, जो आज उसने कर दिखाया हम सभी इससे खुश है|

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