- मृत्य मजदूर के परिजनों को कोई मुआवजा नहीं देना पडे, इस लिए न एफआईआर दर्ज हुआ न पोस्टमार्टम
- इस घटना को विधायक ने कहा यह आपराधिक मामला है, उच्च स्तरीय जांच हो- वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता
रंजन कुमार // बेतिया नरकटियागंज चीनी मिल के अंदर असुरक्षित स्थिति में मेंटेनेंस का काम चल रहा था तभी एक लोहे की प्लेट मजदूरों पर आ गिरी प्लेट की चपेट में तीन मजदूर आये। जिनमे, एक मजदूर वीरेंद्र तिवारी की मौत घटना स्थल पर हो गई है। अन्य दो मजदूर घायल है।
घटना के तुरंत बाद भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि असुरक्षित स्थिति में नरकटियागंज चीनी मिल द्वारा काम कराया जा रहा था। नतीजा के तौर घटना सामने है। आगे, सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि मृतक मजदूर वीरेंद्र तिवारी के परिजनों को कोई मुआवजा नहीं देना पडे।
इस लिए न एफआईआर दर्ज हुआ है और न पोस्टमार्टम कराया गया है, यह आपराधिक मामला है, पुर्व में भी 5 घटनाऐं घट चुकीं है। इस पुरे घटना की उच्च स्तरीय जांच हो इसका माले विधायक ने मांग उठाया। भाकपा माले विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने मृतक वीरेंद्र तिवारी के परिजनों को 20 लाख रुपए मुआवजा और एक नोकरी तथा घायलों को समुचित इलाज सहित लापरवाही करने वाले लोगों पर आपराधिक मामले दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग की गई।
वही मझोलिया चीनी मिल मझौलिया थाना क्षेत्र का मामला प्रकाश में आया है ग्रामीण बताते हैं कि अंग्रेजों के जमाने में जैसे अंग्रेज पहले निल कि खेती किसानों पर दबाव बनाते उसका तरिका कुछ किसान को अभाव में,कुछ को प्रभाव में,कुछ को दबाव में लाकर मजबूर करके निल कि खेती करने के लिए मजबुर किया जाता फिर उपज होने के बाद तरह तरह के हथ कंडे अपनाते जैसे उपज का सही गुणवक्ता नहीं बताते,सही फसल नहीं होना , अच्छे किस्म कि बिज नहीं लगाना,फिर रेट में अलग अलग निर्धारण करना इन सब के बाद घट तैली करना आदि अंग्रेज़ जैसे निल के खेती के लिए तिन कठिया प्रथा लागु किया था आज उसका रुप रेखा एवं पद जिन्हो पर मिल्हे चल रही है ताजा मामला मझौलिया चिनी मिल से जुड़े किसान लगा रहे हैं कि मिल से ही बिज, खाद ,एवं खेती करने के प्रकिया से लेकर उपयुक्त प्रदार्थ एवं सामग्री लेना है और गन्ना की भेराईटी में बांट दिया गया है जिसका गन्ने का मुल्य भेराइटी के आधार पर दिया जाता है और हम सभी किसानो को भी अलग अलग कैटेगरी( भेराइटी) में बांट दिया गया है बड़े किसान,छोटे, मंझले, बटाईदार किसान , इसके बाद मिल में गन्ना गिराने के लिए पर्ची का खेला चलता है जिसकी काला बाजारी होता है और इसके बाद मिल्हा( निल्हा) टेक्स के रूप में घट तौली किया जाता है लेकिन अब शिक्षित और जानकार किसान मुखर हो रहे हैं इसी तरह का मामला इस सिजन दिनांक 24/12/2023 को दिन में किया जा रहा था जिसे किसान अफजल एमाम पिता स्व शेख किताबुदीन साकिन रामनगर बनकट थाना मझौलिया के निवासी खेत से गन्ना लदे ट्रेक्टर ट्राली लेकर मझौलिया मिल के लिए निकले रास्ते में उन्हें सुझा कि ग्रामीण मिल पर घट तौली का आरोप लगा रहे हैं एक काम करते हैं कि हम पहले बाहर के धर्म कांटा पर तौल कराते हैं जिसमें 155.20 हुआ और फिर मिल के अंदर के धर्म कांटा पर देखते हैं क्या होता है जब मिल के धर्म कांटा पर तौल हुआ तो 150.35 तब बाहर के अपेक्षा मिल के कांटे में पांच किवंटल कम बता रहा था तब यह विश्वास हो गया कि मिल के कांटे में घोल माल है तब विरोध किये तो उन्हें चुप कराने के लिए जय प्रकाश त्रिपाठी 50( मिल महाप्रबंधक गन्ना जी एम ) (02) राजेश यादव 40 (03) संतोष मिश्रा 35 ( केन मैनेजर) 20 गार्डों के साथ आ गये और अंग्रेजो के हुक्म के कोडे बरसाने लगे विरोध करने पर जान से मारने एवं बर्बाद करने कि धमकी देने लगे कि जानते नहीं हो ब्वायलर में कितने बवायल हो गये( गन्ना के रूप में) और तब तक बिच बजाव करने किसान कुणाल दुबे, टुन्ना लाल सहनी आदि आये तब उनके साथ भी अभद्र व्यवहार मिल कर्मी किये तब किसान टैक्टर मालिक अफजल एमाम मझौलिया थाना को दुरभाष पर इस घटना कि जानकारी दिये तब पुलिस दल बल के साथ आई तब फिर मुखिया के समक्ष पुर्ण उक्त टैक्टर टौली पर लदा गन्ना तौल किया गया राहुल धर्म कांटा एवं वि० के ० धर्म कांटा पर तौल किया गया जिसमें मिल के तौल से पांच किवंटल ज्यादा बता रहा था इस तरह मिल्हे (निलहे) के तर्ज पर किसानों के खुन का सोशन और कुपोषण का शिकार बनाते हैं मिल्हे (निल्हे) के कोड़े बरसाते रहे हैं इस संदर्भ में किसानों ने थाने में आवेदन दिया जिस पर कांड संख्या 1120/2023 दर्ज कराया है जिसमें आज तक किसी भी प्रकार का जांच के नाम पर खानापूर्ति भी नहीं किया गया है और ना ही पुंछ ताछ और खोज खबर किया गया है निल्हे उर्फ मिल्हे के पक्ष में आज के पदाधिकारी भी साथ देते प्रतित नजर आ रहे हैं यह बात इस लिए किसान कह रहे हैं क्योंकि घटना के आज ढाई माह बित गये है फिर भी पुलिस प्रशासन के एक कदम भी आगे नहीं बढ़े हैं जैसे प्रतित हो रहा हो कि सतरंज का खेल हो और सभी एक दूसरे का इंतजार कर रहा हो कि कोई दुसरा एक कदम चले फिर अगली बारी हमारी होगी इस मामले में किसानों का कहना है कि निल्हो उर्फ मिल्हो के आगे नतमस्तक है आज के साहब बाबू और किसान, मजदूर और आम जन को न्याय मिलना मुश्किल है। इस संबंध में (मिल महाप्रबंधक गन्ना जी एम)जय प्रकाश त्रिपाठी से उनके दुरभाष संख्या 9771475112 पर बात कर उनका पक्ष जानना चाहा तो घंटी होने पर रिसिवर नहीं किये इस लिए उनका पक्ष नहीं जाना जा सका उनका पक्ष प्राप्त होने पर प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा। सदर पुलिस पदाधिकारी विवेक दिप ने बताया कि पुलिस अनुसंधान जारी है
आइये सुनते है किसान क्या कहते हैं
और किसान नेता सुनील राव का क्या कहना है