प्रभात इंडिया न्यूज़/शशि कुमार न्यूज़ डेस्क
लौरिया | नगर पंचायत लौरिया में स्थाई शवदाह गृह नही होने से स्थानीय लोगों को शव जलाने के लिए सिकराहना नदी के किनारे एवं सिकराहना नदी में पानी नहीं रहने पर नदी के बीच में ही शव को जलाने पर मजबूर है। हालाकि जब मौसम सही रहता है तो शव जलाने में किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। लेकिन बरसात के दिनों में शव का अंतिम संस्कार करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। नगर पंचायत के राहुल कुमार, मनोहर ठाकुर, रितेश कुमार व तारकेश्वर प्रसाद सहित अन्य लोगों ने भी नगर पंचायत व जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए नगर पंचायत के सिकराहना नदी घाट पर शवदाह गृह बनवाने के लिए आवाज उठाई है। साथ ही उन्होंने बताया कि नगर पंचायत स्थित सिकरहना नदी घाट पर शवदाह गृह का निर्माण हो जाने से लोगो को बैठने व शव का अंतिम संस्कार करने के लिए शवदाह गृह का निर्माण हो। जिससे शव को जलाने में किसी तरह कठिनाई नहीं हो। साथ ही शवदाह गृह स्थल पर एक चापाकल की भी व्यवस्था हो जिससे लोगों को पानी पीने के लिए अन्य जगह जाने की जरुरत नहीं पड़े। बरसात के दिनों में शव का अंतिम संस्कार करने जाने वालों लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सभी ने बताया कि हम लोग जिला प्रशासन एवं नगर प्रशासन से सिकराहना नदी घाट पर शवदाह गृह बनवाने के लिए मांग करते हैं। ताकि नगर पंचायत लौरिया में शवदाह गृह का निर्माण हो सके