प्रभात इंडिया न्यूज़ /बेतिया (सोनू भारद्वाज)भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पं चम्पारण की ओर से जुम्मा के दिन दिल्ली में नमाजियों के साथ पुलिस द्वारा किए गये दुर्व्यवहार के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाल कर दिल्ली की घटना की आलोचना करते हुए इस घटना की न्यायिक जांच कराने, नफरत की राजनीति पर रोक लगाने, लोकतंत्र एवं घर्म निरपेक्षता पर हमला बंद करने, दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद के नारे बुलंद किए गए तथा दिल्ली पुलिस एवं प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया, प्रतिरोध मार्च में भाग लेने वाले हाथों में तख्ती लेकर विरोध कर रहे थे भाकपा जिला सचिव ने बताया कि दिल्ली पुलिस केन्द्र सरकार के अधीन है और दिल्ली पुलिस केन्द्र सरकार के इशारे पर काम कर रहीं हैं, भारतीय संबिधान के अनुसार सभी धर्मों एवं सभी धर्मावलंबियों की रक्षा करने की जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की है लेकिन केन्द्र सरकार अपने आर एस एस नीति के कारण बहुसंख्यक वाद एवं अल्पसंख्यक वाद की नीति अपना कर देश के संबिधान, लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, देश में इलेक्ट्राल बांड के खेल का खुलासा होने से मोदी सरकार बैकफुट आती नजर आ रही है जिससे ध्यान भटकाने के लिए सी ए ए का ढिढोरा पीटा जा रहा है, भाजपा की कुटनीति को जनता समझने लगी है इसलिए लोक सभा चुनाव के समय लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा तरह तरह का तिकड़म अपना रही है, भाकपा नेता ने पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के, साम्प्रदायिकरण पर रोक लगाने की मांग की है,
प्रतिवाद मार्च में भाकपा नेता बब्लू दूबे, संजय सिंह, योगेन्द्र शर्मा, नौजवान नेता तारिक, अंजारूल,इदू मियां, महिला नेत्री गायत्री, आरती, ए आई एस एफ के नेता लक्की, तंजीम ए इंसाफ के नेता अब्दुल सतार,खेत मजदूर नेता सुबोध मुखिया,बैजनाथ यादव, किसान नेता ध्रुव नाथ तिवारी, इमरान, कैलाश प्रसाद, आदि उपस्थित रहे