प्रभात इंडिया न्यूज़ बगहा समील्लाह क़ासिम
बगहा (समीउल्लाह क़ासमी) महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में थरुहट की राजधानी कहे जाने वाले हरनाटांड़ में चार दिवसीय थारू महोत्सव मेला का आयोजन किया गया है। हरनाटांड़ स्थित लगने वाले थारू जनजाति मेले का उद्घाटन गुरूवार को मुख्य अतिथि लौकरिया थानाध्यक्ष अमन कुमार व विशिष्ट अतिथि भारतीय थारू कल्याण महासंघ के अध्यक्ष दीपनारायण प्रसाद ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया । छात्राओं ने अतिथियों व गणमान्य लोगों को स्वागत गान से स्वागत किया गया । तथा थारू महोत्सव मेला के समितियों के पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। साथ ही थारू उद्योग मित्र का मेलें में उद्घाटन कर स्टाटपजोंन में बने स्वेटर,गमछा,चादर, फ्रांक,चीटर,मछली का अचार आदि बनाते हुए समानों को देख कर जानकारी लिया। थानाध्यक्ष अमन कुमार ने कहा कि दुकानदारों को नियम का पालन करना होगा। सुबह दुकान खोल सकते हैं और रात्रि में समय से दुकान बंद कर दें। मेला में पुलिस बल तैनात किया गया है तथा चारों तरफ नजर रहेगी। खासकर शरारती तत्वों के लोगों पर पुलिस निगरानी करेगी । महोत्सव मेले के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता मेला के संयोजक शारदा प्रसाद व संचालन भागीरथ प्रसाद ने किया। इस अवसर पर थारू महासंघ के सदस्यों ने मुख्य अतिथि को माल्यार्पण व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का आगाज करते हुए थारू महिलाओं व बच्चों ने थारू संस्कृति से जुड़ी झुमरा, झमटा व विरहनी आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रदर्शन किया। साथ ही कजरी व बारहमासा आदि गीतों से थारू समुदाय की बच्चियों, महिलाओं व वृद्धों ने महोत्सव में चार चांद लगा दिया।
इस उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए थारू महोत्सव मेला के संयोजक डॉ. शारदा प्रसाद ने कहा कि थारू समुदाय के द्वारा दशकों से प्रत्येक वर्ष संचालित मेले को पहले भुजहवा मेला के नाम से प्रसिद्धी मिली थी । जिसे बाद में वर्ष 1996 में बगहा के तत्कालीन एसडीएम मसूद हसन के द्वारा मेले को थारू महोत्सव मेले का नाम दिया गया।
भारतीय थारू कल्याण महासंघ के अध्यक्ष दीपनारायण प्रसाद ने बताया कि सैकड़ों साल से भुजहवा मेला लगता था जो थारू समाज के रिश्तेदार के दुर दराज लोग इस मेला में मिलते थे।बाद में थारू महोत्सव मेला पिछले तीन दशकों से लगता है। पहले 10 दिनों तक यह मेला लगता था। लेकिन धीरे-धीरे सात दिनों का लगने लगा। हालांकि कुछ सालों से इस मेला का आयोजन चार दिवसीय रहता है। मेले में आकर्षक लाइटिग लगाया जा रहा है। जिसमें इस बार ब्रेक डांस, नाव, टावर झूला, ड्रेगन व बंबे बाजार आदि लग चुके हैं । मेले को साल दर साल ऐतिहासिक बनाने के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं।थारू महोत्सव मेला के उद्घाटन समारोह में उपस्थित थरूहट प्रगतिशील संस्था के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद, थरूहट महिला विकास संस्था के अध्यक्ष नीता कुमारी, हरनाटांड़ पंचायत के मुखिया दीपेन्द्र प्रसाद, सरपंच मदन जायसवाल, पुर्व सरपंच पुनम देवी, देवरिया तरूआनवां के मुखिया प्रतिनिधि संजय ओझईया, खुबलाल बडघडिया, बकुली पचगावां मुखिया भरत कुमार,राजकुमार महतो, आदि उपस्थित रहे।