प्रभात इंडिया न्यूज़ बगहा आशुतोष जायसवाल
बगहा, बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक तथा भारत सरकार के पुर्व नौकरशाह एपी पाठक ने मिडिया से बात करते हुए लोकतंत्र की खूबसूरती पर खुलकर अपने विचार रखे।उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र बेहद ही मजबूत और मानवीय मूल्यों और न्याय तंत्र को परिभाषित करनेवाला है।एपी पाठक ने कहा कि लोकतंत्र की चौथी स्तंभ मिडिया ने लोकतंत्र को सशक्त बनाने में महती भूमिका रखी है जहां हर सम्प्रदाय,विभिन्न विचारों और नए शोधों ने अपनी भावना को लोकतंत्र के माध्यम से मूर्त रूप दिया है।उन्होंने कहा कि विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता किसी भी बहुमूल्य चीजों और उपहारों से ऊपर है जहां लोग खुल कर बेबाकी से अपनी बात कह सकते और लोग उनकी बातों को तर्क वितर्क के माध्यम से अनुसरण कर सकते अथवा अस्वीकार कर सकते।लोकतंत्र में किसी विचारों को उपहास की नजरों से नहीं देखनी चाहिए बल्कि उसको नए शोध और तार्किक नजरों से परखने और फिर उसके मूल में जाने की जरूरत है।क्योंकि कोई भी टिप्पणी और विचार किन परिस्थितियों में आए और उसका मूल क्या है,ये लोकतंत्र हमको अवसर देता है जहां हम उन विचारों अथवा चीजों का भौतिक अथवा कानूनी रूप से परख सकते हैं।आपको बताते चलें कि बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक तथा भारत सरकार में वरिष्ठ अधिकारी रहे एपी पाठक सदैव से ही बहुलवाद और लोकतंत्र में विश्वास करते है।उन्होंने लोकतांत्रिक तरीकों से बहुत ही समस्याओं का समाधान सार्वजनिक जीवन में किया।एपी पाठक ने लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास को बढ़ावा देने हेतु अपने बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से दर्जनों नुक्कड़ नाटक और सजगता तथा जागरूकता कार्यक्रम किया है।एपी पाठक ने अपने मातृभूमि चंपारण में घटित घटनाओं में पीड़ितों को लोकतांत्रिक पद्धति से न्याय व्यवस्थाओं में विश्वास करते हुए पीड़ितों को न्याय दिलवाने का कार्य किया है।उनकी कृत्यों में दर्जनों ऐसे कार्य है जहां दबे कुचले लोगों ने अपनी पीड़ा और आवाजों को दबाए रखा लेकिन एपी पाठक और मिडिया के माध्यम से उनकी अभिव्यक्ति समाज में आई और एपी पाठक ने संज्ञान लेकर पीड़ितों को मदद किया।अंत में एपी पाठक ने लोगों से लोकतंत्र और भारतीय न्याय प्रणाली में विश्वास रखने की अपील किया।