नेपाल के परसा जिले के सीडीओ (जिलाधिकारी) दिनेश भुसाल को वाल्मीकि सभागार परिसर में दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर।
प्रभात इंडिया न्यूज़/शशि कुमार/न्यूज़ डेस्क बिहार बिहार
वाल्मीकिनगर-शनिवार को भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित वाल्मीकि नगर में निर्मित अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के वाल्मीकि सभागार में उद्घाटन के पश्चात आज पहली बार नेपाल और बिहार के सभी सीमावर्ती जिलों के डीएम, एसपी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहित जिले के सभी वरीय अधिकारी पहुंचे। नेपाल से आए परसा जिले के सीडीओ (जिलाधिकारी) दिनेश भुसाल को वाल्मीकि सभागार परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। आपको बता दें की इसके पूर्व बिहार और नेपाल के अधिकारियों की बैठक प्रत्येक 3 महीने पर पूर्वी चंपारण के रक्सौल में आयोजित होती थी, इस बार इस बैठक को वाल्मीकि की धरती पर स्थित वाल्मीकि सभागार में आयोजित किया गया है।इस अवसर पर नेपाल के परसा जिले के एसपी कुमोद ढुंगेल, डिवीजन वन कार्यालय बीरगंज के डीएफओ मंजूर अहमद,नेपाल प्रहरी के डीएसपी प्रकाश सांपकोटा ,बारा जिले के सीडीओ शशिधर धीमीरे, एपीएफ के एसपी संतोष सिंह, असिस्टेंट सीडीओ छवि रमन भट्टराई, अनुसंधान एसपी दीपक खड़का, नवल परासी पश्चिम के सीडीओ स्कीम श्रेष्ठ ,44 बटालियन सशस्त्र सीमा बल के कमांडेंट बलवंत सिंह,बलवंत सिंह नेगी,71 बटालियन के कमांडेंट प्रफुल्ल कुमार,65 के कमांडेंट खोजा राम लामरोड़, एमटी मेरन डिप्टी कमांडेंट, मोतीहारी एसपी स्वर्ण कुमार,बेतिया एस.पी डॉ सौर्य सुमन, एडीएम बेतिया राजीव कुमार, एसडीएम बेतिया सदर विनोद कुमार,बेतिया मध्य निषेद एस.पी मनोज सिंह,बगहा एस.पी सुशांत कुमार सरोज,बगहा एसडीएम गौरव कुमार,बगहा डीएसपी कुमार देवेन्द्र,वन प्रमंडल दो के डीएफओ पीयूष बर्नवाल,वाल्मीकि नगर थाना अध्यक्ष संजय कुमार सिंह के अलावा अन्य तमाम अधिकारी उपस्थित रहें।
गॉड ऑफ़ ऑनर के बाद सभागार में दोनों देशों के उच्च अधिकारियों के बीच कई बिंदुओं पर चर्चा का दौर चला। हालांकि इस बाबत किसी भी अधिकारी ने कुछ भी खुलासा करने से परहेज किया। इस सन्दर्भ में जानकारी देते हुए जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने बताया कि
इस बैठक में दोनों देशों के सीमा क्षेत्र में अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने, नशीले पदार्थों की तस्करी, ह्यूमन ट्रैफिकिंग सूचना का आदान-प्रदान, घुसपैठ सहित अन्य कई बिंदुओं पर आपसी तालमेल और सहमति बनाई गई है। सीमा क्षेत्र में भूमि विवाद पर आपसी तालमेल से सामंजस्य स्थापित करने पर चर्चा की गई है।इस बैठक के दूरगामी और सार्थक परिणाम की उम्मीद लगाई जा रही है।