वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ नेशमणि के ने हरी झंड़ी दिखाकर जंगल सफारी का किया शुभारभ।पर्यटन व सैलानियों से वन विभाग को मिलेगा आय की वृद्धि।

प्रभात इंडिया न्यूज डेस्क बिहार।बगहा (समीउल्लाह कासमी)

बगहा वीटीआर वाल्मिकी नगर में वन विभाग द्वारा पर्यटन सत्र का औपचारिक शुरुआत कर दिया गया है . सुबह जंगल सफारी के साथ नए सत्र की शुभारंभ की गई . इस दरमियान अधिकारियों ने झंडा दिखाकर और नारियल फोड़ कर नए सत्र का शुभारंभ किया . वीटीआर में पर्यटकों के लिए एंट्री पॉइंट बनाए गए हैं . मंगुराहा पर्यटन केन्द्र में वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ नेशामणी के. ने हरी झंडी दिखाकर जंगल सफारी को रवाना किया . इस दौरान रेंजर सुजीत कुमार फॉरेस्टर अभिषेक सिंह, वन रक्षक अंकुश तिवारी,

पर्यटन प्रबंधक सुमन सौरभ, गाइड विकास उरांव के साथ पूर्व रेंजर सुनील कुमार पाठक आदि मौजूद रहे . वहीं

वाल्मीकिनगर पर्यटन केंद्र पर वन प्रमंडल दो के डीएफओ पियूष बरनवाल, प्रशिक्षु डीएफओ स्टालिन फीडर, वाल्मीकिनगर वनक्षेत्र अधिकारी राजकुमार पासवान

ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर इसका उद्घाटन किया .

पहले दिन एक दर्जन पर्यटकों ने जंगल सफारी लिया अनुभव

बता दे कि पहले दिन वाल्मीकि नगर में कुल 12 पर्यटकों ने जंगल सफारी का रोमांचक अनुभव प्राप्त किया . इस दौरान बोकारो स्टील प्लांट के मैनेजर प्रमोद कुमार अपने परिवार के साथ जंगल सफारी के पहले पर्यटक बने . वहीं मांगुरहा में प्रथाम एजुकेशन महारास्ट्र के मेघना अर्जुन  पटना के दीनानाथ कुमार सिन्हा, संस्कृति पांडे, गौरी पादिकर, मोहम्मद नय्यर आलम जंगल सफारी पर निकले .

नेचर गाइडों के लिए नए अवसर वन विभाग ने इस सत्र में स्थानीय नेचर गाइडों को प्रोत्साहित करने और उनके लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने की पहल की है . विभाग द्वारा गाइडों को  विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि हस्त निर्मित सामान के साथ शहद उत्पादन आदि कर सकें . यह पहल गाइडों की आय में वृद्धि करेने को लेकर किया जा रहा है .

होम स्टे पंजीकरण के लिए खुला ऑफर

पर्यटकों को बेहतर ठहराव की सुविधा देने के लिए वन विभाग ने होम स्टे पंजीकरण के लिए खुला ऑफर जारी किया है, जो लोग पर्यटकों के लिए अपने घरों में होम स्टे की व्यवस्था करना चाहते हैं, वे इस योजना का हिस्सा बन सकते हैं . विभाग द्वारा चुने गए घरों को पर्यटकों के ठहरने के लिए प्रमोट किया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को अतिरिक्त आय का मौका मिलेगा . बता दे कि इस पहल के तहत पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ स्थानीय समुदायों को भी लाभ पहुंचेगा . पर्यटकों को न केवल जंगल सफारी का रोमांच मिलेगा बल्कि उन्हें स्थानीय संस्कृति और रहन-सहन का भी अनुभव प्राप्त होगा . वन विभाग की यह योजना पर्यावरण संरक्षण के साथ ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी .

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