प्रभात इंडिया न्यूज़/दुर्गेश कुमार गुप्ता/भीतहां
बेटे की दीर्घायु के लिए वह निर्जला जिउतिया व्रत रही और शाम को बेटे के साथ ही नदी में स्नान करने के लिए गई। जिस बेटे के लिए वह दिनभर व्रत रही, वह नदी में उसके साथ ही डुबकी लगाते समय डूब गया। इसके बाद पूरी रात उसकी तलाश की गई, लेकिन बालक नहीं मिला, सुबह मां के निर्जला व्रत तोड़ने के पहले ही उसके कलेजे के टुकड़े का शव उसके सामने आ गया। इसके बाद वह दहाड़ मारकर रोने लगी। बाद में परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया।
बुधवार को जिउतिया व्रत था, इस दिन महिलाएं अपने बेटे की दीर्घायु के लिए व्रत थी, जमुनिया गांव के समीप बांसी नदी में जितिया पर्व पर स्नान करने गई महिलाओं के साथ गया एक 12 वर्षीय लड़का स्नान करने के दौरान नदी में डूब गया। दो बच्चे गहरे पानी में चले गए थे। उसी गांव के बुलेट यादव उम्र करीब 12 वर्ष पिता ध्रुव यादव भी गया था। अपने बेटे की दीर्घायु के लिए दिनभर निर्जला व्रत रही और शाम को 12 वर्षीय बेटे डूब गया। बासी नदी में शव की तलाश में ग्रामीणों जुट गए। मां-बेटे एक ही साथ नदी में डुबकी लगाए, इसी बीच गहरा पानी में डूब गया। इसके बाद शोर करने लगी तो आसपास के लोग आ गए और बुलट की तलाश में जुट गए, लेकिन बुलट का कोई पता नहीं चल सका। बेटे के सुरक्षित रहने के लिए व्रती महिला पूरी रात भगवान को याद करती रही, लेकिन भगवान को यह मंजूर नहीं था और सुबह जमुनिया के समीप बंसी नदी से बुलट का शव बरामद करने के लिए एनडीआरएफ टीम खोज रिचर्स कर रहा है। गांव के समीप बांसी नदी के त्रिमोहानी पर स्नान करने के लिए गई थीं। देख आसपास के लोगों की भी आंखें भर आई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई। थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस टीम को भेजा गया है। इधर सीओ मनोरंजन शुक्ला ने बताया कि एनडीआरफ टीम जल्द ही घटना स्थल पर पहुंचने वाली है।