_मुखिया प्रतिनिधि डॉ अभिषेक मिश्रा ने फूल मालाओं और अंगवस्त्र से प्रवचन करता पंडित प्रदीप सागर महाराज को किये सम्मानित।_
प्रभात इंडिया न्यूज़/न्यूज़ डेस्क
बगहा/चौतरवा।बगहा एक प्रखंड स्थित पतिलार पंचायत के मठ स्तिथ पौराणिक शिव मंदिर परिसर में सात दिवसीय राम कथा का आयोजन किया गया था।जिसकी पूर्णाहुति संपन्न हुई। प्रवचन कर्ता में पंडित प्रदीप सागर महाराज (रामकोला) को मुखिया प्रतिनिधि डॉ अभिषेक मिश्रा ने फूल मालाओं और अंगवस्त्र से सम्मानित किया। और बताया की पतिलार की भूमि संतो की भूमि है। यहां हर समय धार्मिक कार्यक्रम होते रहते है। जिसमे पूरे पंचायत के लोग पूरी निष्ठा से एक दूसरे का साथ देते हुए कार्यक्रम को सफल बनाते है। साथ ही समय समय पर कथा और प्रवचन होने से एक बेहतर और अनुशासित समाज का निर्माण होता है। और बहुत सारी कुरीतिया दूर होती है l कथावाचक ने स्थानीय भाषा भोजपुरी में राम कथा के चरित्रों का वर्णन किए। कथा वर्णन में कहा की चाहे स्थिति कितनी भी विकट हो परंतु जब आपके साथ बुद्धिमान और सच्चे हृदय का साथी या सेवक रहे। तो विषम परिस्थितियों को भी सुगमता से पार पाया जा सकता है। जब लंका युद्ध के समय लक्ष्मण को बाण लगी और वैध शुषेण ने बताया। कि समय पर संजीवनी बूटी नहीं लाया गया तो लक्ष्मण के प्राणों को बचा पाना संभव नहीं है। यह सुनकर श्री राम व्याकुल हो गए। और लक्ष्मण को सीने से लगाकर रोने लगे। उसी समय हनुमान ने कहा की महाराज समय से पहले मैं संजीवनी लाऊंगा जरूरत पड़ी तो सूर्य को भी निगल जाऊंगा। देवताओं के सबसे बड़े वैध अश्विनी कुमार को लाऊंगा। जरुरत पड़ी तो काल के चक्र को भी रोक दूंगा। ब्रह्मा को भी आना पड़ेगा। लेकिन महाराज लक्ष्मण को कुछ नहीं होगा। आप अधीर नहीं हो पण्डित प्रदीप सागर ने चौपाई धीरज धर्म मित्र अरु नारी। आप्दा काल परिखिअहिं चारी के द्वारा बताया। की विकट घड़ी में किसकी परीक्षा होती है l आयोजक में माधव बाबा ने बेहतर कार्यकर्म का आयोजन किये ।जिसमें हजारों के संख्या में श्रद्धालु मौजुद रहे।