प्रभात इंडिया न्यूज़ बेतिया (सोनू भारद्वाज)।भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) बैरिया लोकल कमिटी की बैठक बैरिया सरपंच के निवास स्थान पर काशी साह की अध्यक्षता में हुई।इस अवसर पर बोलते हुए पार्टी की राज्य सचिवमंडल सदस्य प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की किसान तथा खेत मजदूर विरोधी नीतियों के चलते पश्चिम चंपारण के किसान मजदूर बदतर जिंदगी जीने को मजबूर है। किसानों को धान पर एम एस पी 2300 रुपए प्रति क्विंटल देकर किसानों को लूटने का काम हो रहा है। जबकि केरल की सरकार 3012 रुपए प्रति क्विंटल तथा हरियाणा की सरकार 2900 रुपए प्रति क्विंटल दे रही है।बिहार में फसल में लागत का डेढ़ गुना दाम नहीं दिया जा रहा है।
महंगाई और बेरोजगारी चरम सीमा पर है। बिहार सरकार द्वारा भूमिहीनों को वास के लिए 5 डिसमिल जमीन नहीं मिल रहा। बकुलहर मठ के 399 परचाधारियों को अभी तक जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया l।खेत मजदूरों के लिए बनाया गया कानून मनरेगा में काम नहीं मिल रहा है। किसानों को 5 सौ रुपए गन्ना का दाम अभी तक नहीं दिया गया।इस तरीके से खेती घाटे की बनती जा रही है ।
जिला सचिव चांदसी प्रसाद यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने वादा किया था कि स्वामीनाथन कमीशन की अनुशंसाओं को लागू करेंगे।एम एस पी को कानूनी दर्जा देंगे। फसल में लागत का डेढ़ गुना दाम किसानों को मिलेगा। कर्ज की बोझ से दबे हुए किसानों को कृषि कर्ज से मुक्ति होगी।डीजल अनुदान की प्रक्रिया को जटिल बना दिया गया है।स्मार्ट मीटर लगा कर लोगों को लूटा जा रहा है।खाद ब्लैक में खरीदने को किसान मजबूर हैं।पश्चिम चम्पारण के किसान बाढ़ तथा सुखाड़ के दोहरे संकट से जूझ रहा है।सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 5 हजार रुपए पेंशन की गारंटी, नल जल योजना से सभी को पानी,दाखिल खारिज की प्रक्रिया को आसान बनाया जाय।
बैरिया लोकल कमिटी के मंत्री तथा सरपंच सुनील यादव ने बताया कि 5 सितंबर को पश्चिम चंपारण जिला पदाधिकारी के समक्ष बेतिया में 1 बजे दिन में विशाल प्रदर्शन किया जाएगा ।जिसमें जिले के गरीब, भूमिहीन, परचाधारी, खेत मजदूर, नौजवान तथा किसान भारी संख्या में भाग लेंगे।