आंगनबाड़ी केन्द्र एवं सरकारी/गैर सरकारी स्कूल के 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को खिलायी जाएगी अल्बेडाजोल की दवा: डीसीएम ।
प्रभात इंडिया न्यूज/डेस्क/बिहार बेतिया (सोनू भारद्वाज)
जिले में 4 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर आंगनबाड़ी केन्द्र एवं सरकारी/ गैर सरकारी स्कूल के 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को अल्बेडाजोल की दवा निर्धारित उम्र के अनुसार खिलायी जाएगी। इसको लेकर जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा की अध्यक्षता में पदाधिकारीयों की मीटिंग की हुई। डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के बेहतर संचालन हेतु जिले के सभी बीसीएम, आशा फैसिलिटेटर को निर्देशित किया गया है कि दवाओं का सही उपयोग हो। उन्होंने बताया कि दवा से छूटे हुए बच्चों के लिए मॉप-अप दिवस का आयोजन 11 सितंबर 2024 को किया जाएगा। किसी भी स्थिति में बच्चों / अभिभावक को अल्बेण्डाजोल की गोली घर ले जाने के लिए नहीं दिया जाएगा।उम्र के अनुसार दवा की निर्धारित खुराक खिलाई जायेगी:अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने बताया कि 6 से 19 वर्ष के बच्चों को सरकारी विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, कस्तूरबा विद्यालय, मदरसा, संस्कृत विद्यालय एवं निजी विद्यालय सहित सभी तकनीकी संस्थानों पॉलिटेक्निक, आईटीआई आदि गैर तकनीकी संस्थान के माध्यम से कृमिनाशन हेतु अल्बेंडाजोल 400 एमजी की गोली शिक्षक द्वारा स्वयं खिलाना सुनिश्चित किया जाएगा।
एल्वेंडाजॉल गोली खिलाने का तरीका:
1-2 साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली खिलाएं। दवाई को दो चम्मच के बीच रखकर पूरी तरह चूर करें और पीने के पानी में मिलाकर ही खिलायें।2-3 साल के बच्चों को एल्बेंडाजॉल की एक पूरी गोली खिलाएं। दवाई को दो चम्मच के बीच रखकर पूरी तरह चूर करें और पीने के पानी में मिलाकर ही खिलायें।3-19 साल के बच्चों को एल्बेंडाजॉल की एक पूरी गोली खिलायें। ध्यान रखें की एल्बेंडाजॉल दवाई हमेशा चबा कर पानी के साथ खाने की सलाह दें। बिना चूर या चबा कर खायी गयी एल्वेंडाजॉल दवाई का प्रभाव महत्वपूर्ण रूप से कम हो सकता है। पीने का पानी साथ रखें। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने सामने ही चम्मच से हर बच्चे को दवाई खिलाएं, दवाई बाद में खाने या घर ले जाने के लिए ना दें।