प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में सुबह श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाई गई
प्रभात इंडिया न्यूज़ बेतिया (सोनू भारद्वाज) प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की शाखा संत घाट में सुबह श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव उपस्थित भाई बहनों के बीच मनाई गई श्रीकृष्ण 16 कला सम्पूर्ण और सुन्दर थे। यह भी एक सत्य तथ्य है कि केवल श्रीकृष्ण ही सोलह कला सम्पूर्ण देव हुए हैं। श्रीकृष्ण में शारीरिक आरोग्यता और सुन्दरता की, आत्मिक बल और पवित्रता की तथा दिव्य गुणों की अत्यन्त पराकाष्ठा थी। मनुष्य चोले में जो सर्वोत्तम जन्म हो सकता है, वह उनका था। अन्य कोई भी व्यक्ति शारीरिक या आत्मिक दोनों दृष्टिकोणों से इतना सुन्दर, आकर्षक, प्रभावशाली और प्रभुत्वशाली नहीं हुआ। सतयुग से लेकर कलियुग के अन्त तक अन्य कोई भी इतना महान न हुआ है, न हो सकता है।
श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व इतना महान और आकर्षक था कि यदि आज भी वे इस पृथ्वी पर कुछ देर के लिए प्रगट हो जायें तो सभी उनके सामने नत – मस्तक हो जायेंगे और मुग्ध होकर उनकी छवि निहारते खड़े रहेंगे*। यह बातें ब्रह्माकुमारी अंजना दीदी जी श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की उपलक्ष पर उपस्थित अतिथि एवं भाई बहनों को बताई
इसके पश्चात श्री कृष्णा और राधे की आरती की गई और बड़े ही धूमधाम से चैतन्य श्री कृष्णा जन्मोत्सव मनाया गया ।