वाल्मीकिनगर में गंडक बराज के तीन नंबर फाटक से बरामद हुआ 26 वर्षीय नेपाली युवक का शव, शरीर पर बने टैटू से हुई पहचान
पारिवारिक कलह के कारण 15 दिन पूर्व चार नंबर प्रदेश के जिला नवलपुर में गंडक नदी में लगाई थी छलांग
प्रभात इंडिया न्यूज़/स0 सू0 वाल्मीकिनगर/ वाल्मीकिनगर से होकर गुजरने वाली नारायणी गंडकी के गंडक बराज के फाटक नंबर 3 से गुरुवार की सुबह चार नंबर प्रदेश जिला नवलपुर, पुलिस चौकी डंडा गांव सिरसहीं निवासी 26 वर्षीय उत्तम गुरुंग पिता नंदराज गुरुंग का शव काफी खोजबीन के बाद 15 दिन उपरांत गुरुवार की सुबह परिजनों को मिल गया। गंडक बराज के फाटक नंबर तीन पर मिले शव की पहचान करने के लिए मृत उत्तम गुरुंग की मौसेरी बहन परमिता थापा वाल्मीकिनगर पहुंची थी। शव की पहचान मृत उत्तम गुरुंग के शरीर पर बना टैटू रहा। जिसे देखते ही मौसेरी बहन परमिता थापा ने पहचान कर चीख पुकार करने लगी। तत्पश्चात इसकी सूचना त्रिवेणी चौकी के इंचार्ज महेश राय माझी को दिया गया। मौके पर पहुंच नेपाल पुलिस के जवानों की सहायता से शव को गंडक नदी से निकाल परिजनों को सौंप दिया गया। त्रिवेणी चौकी इंचार्ज महेश राय माझी ने बताया कि शव की पहचान हो चुकी है। नवलपुर जिला अस्पताल में इसका अंत्यपरीक्षण कराया जाएगा। उसके बाद परिजनों को शव सुपुर्द किया जाएगा।
10 दिन पूर्व गोताखोरों को खोजबीन में नहीं मिली थी सफलता-: नेपाली युवक उत्तम गुरुंग के परिजनों ने बताया कि 10 दिन पूर्व नेपाल के गोताखोरों एवं नेपाल पुलिस के जवानों के द्वारा गंडक नदी में नाव के माध्यम से शव की खोजबीन के लिए प्रयास किया गया था। लेकिन नेपाली गोताखोरों एवं पुलिस को सफलता हासिल नहीं हुई थी। उसके बाद से नेपाल पुलिस के द्वारा गंडक ब्रांच के फाटकों पर नजर रखी गई थी। इसके कारण शव को बरामद कर लिया गया।
पैसे की लेन-देन को लेकर परिवार में हुआ था विवाद –: गंडक बराज पर पहुंचे परिजनों में उत्तम गुरुंग के पिता नंदराज गुरुंग ने बताया कि व्यापार के लिए पैसे की लेनदेन को लेकर दो-तीन दिनों से घर में कलह चल रहा था। व्यापार में और पैसा लगाने के लिए उत्तम 5 लाख रुपए की मांग कर रहा था। पैसे नहीं होने के कारण पैसा नहीं दिया जा सका। जिसके कारण नशे की हालत में वह गांव से थोड़ी दूर पर बहने वाली गंडक नदी में छलांग लगाकर खुदकुशी कर लिया। दो दिनों तक दिखाई नहीं पढ़ने के बाद खोजबीन शुरू हुई।