प्रभारी मंत्री ने मुख्य समारोह स्थल महाराजा स्टेडियम पर किया झंडोत्तोलन, परेड का किया निरीक्षण।

शिक्षा एवं कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 09 कृषकों एवं छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति देकर किया गया सम्मानित

प्रभात इंडिया न्यूज बेतिया (सोनू भारद्वाज/राणा प्रताप गुप्ता)

जिले में 78 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया। आन-बान-शान से समूचे जिले में प्यारा तिरंगा लहराया। मुख्य समारोह स्थल महाराजा स्टेडियम, बेतिया में जनक राम,मंत्री, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग बिहार सरकार-सह-प्रभारी मंत्री, पश्चिम चम्पारण, बेतिया द्वारा पूर्वाह्न 09.00 बजे झंडोत्तोलन किया गया। माननीय मंत्री द्वारा परेड का निरीक्षण भी किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय, पुलिस अधीक्षक, बेतिया, डी अमरकेश, उप विकास आयुक्त, प्रतिभा रानी सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसके साथ ही मंत्री की उपस्थिति में बसवरिया टोला में अवस्थित महादलित टोला में रामदेव राम ने झंडोत्तोलन किया। इस अवसर पर गणमान्य व्यक्ति सहित महादलित टोला के निवासी उपस्थित रहे।

समाहरणालय परिसर में जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कार्यालय परिसर में उप विकास आयुक्त, प्रतिभा रानी, पुलिस अधीक्षक, बेतिया के कार्यालय परिसर में पुलिस अधीक्षक, अमरकेश डी, अनुमंडल कार्यालय परिसर में एसडीएम, बेतिया, विनोद कुमार द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। साथ ही जिले के सभी सरकारी कार्यालयों, महादलित बस्तियों आदि में हर्ष एवं उल्लास के साथ झंडोत्तोलन कार्यक्रम संपन्न हुआ।

स्वतंत्रता दिवस समारोह का प्रसारण फेसबुक लाइव के माध्यम से किया गया जिसे जिलेवासियों ने देखा और सुना। फेसबुक लाइव एनआइसी एवं सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय, पश्चिम चम्पारण के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।

मुख्य समारोह स्थल महाराजा स्टेडियम में झंडोत्तोतलन के उपरांत प्रभारी मंत्री द्वारा जिले में क्रियान्वित विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित उपलब्धियों को साझा किया गया।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि आज ही के दिन सन् 1947 में हमारा देश आजाद हुआ। पश्चिम चम्पारण वह जिला है जहां से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का शंखनाद हुआ, आज उसी भूमि पर राष्ट्रीय झण्डोत्तोलन करते हुए मैं अपार हर्ष का अनुभव कर रहा हूँ। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समग्र इतिहास में पश्चिम चम्पारण जिला का अतुलनीय योगदान रहा है। अगस्त, 1942 में महात्मा गाँधी के ’करो या मरो’ के आह्वान पर 24 अगस्त, 1942 को बेतिया में लगभग 10,000 (दस हजार) निहत्थे प्रदर्शनकारियों ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो का नारा बुलंद किया था। इस शुभ अवसर पर सभी स्वतंत्रता सेनानी, महान सपूत, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपने जीवन का बलिदान दिया, उन्हें मैं नमन करता हूँ। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी एवं सर्वजन हिताय, दृढ संकल्पित सात निश्चय योजनाओं का क्रियान्वयन जिले में सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इसके अंतर्गत (1) आर्थिक हल युवाओं को बल, जीविकोपार्जन, मद्यनिषेध, बाल-विवाह उन्मूलन, दहेज प्रथा उन्मूलन आदि क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान दिया जा रहा है। सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत अब तक कुल 5900 (पाँच हजार, नौ सौ) परिवारों को स्थायी रोजगार के साधन उपलब्ध कराने की दिशा में निरंतर कार्य किए जा रहे है। पश्चिम चम्पारण जिलान्तर्गत 18 प्रखण्डों में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान की 17 (सत्रह) योजनाएँं एवं 4026 (चार हजार, छब्बीस) आँगनबाड़ी केन्द्र संचालित हैं। साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना एवं पूरक पोषाहार योजना में जिला आई0सी0डी0एस0 कार्यालय द्वारा उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग अन्तर्गत सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना, अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना, बैट्री चालित ट्राई साईकिल योजना, बुनियाद केन्द्र तथा वृद्धाश्रम सहारा योजना आदि का सफल संचालन किया जा रहा है। बैट्रीचालित ट्राई साइकिल योजना के अन्तर्गत कुल 244 (दो सौ चौवालीस) लाभुकों को इसका लाभ दिया गया है। जिले में दिव्यांगजन के हितों के लिए जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग गठित है। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में राज्य सरकार द्वारा जनहित में कई कदम उठाये गये हैं जिसमें महत्वपूर्ण रूप से बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम, 2016 का क्रियान्वयन भी है। बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत 5 अप्रैल 2016 से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की गई है। फलतः राज्य में अवैध रूप से किसी प्रकार के शराब का निर्माण, परिवहन, बिक्री, भंडारण एवं सेवन पूर्णतः प्रतिबंधित है। जिला प्रशासन, बेतिया पूरे जिले में इस अधिनियम को प्रभावी रुप से लागू कराने हेतु दृढ़ संकल्पित एवं सतत प्रयत्नशील है।

उन्होंने कहा कि जिला विकास शाखा अन्तर्गत जिले में बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण एवं शहरी पेयजल योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण एवं शहरी गली-नाली पक्कीकरण योजना, शौचालय निर्माण घर का सम्मान ग्रामीण एवं शहरी योजना जैसे जनकल्याणकारी योजनाओं का सफल संचालन किया जा रहा है। हर खेत सिंचाई योजना अन्तर्गत कुल 83874 हेक्टेयर (तिरासी हजार, आठ सौ, चौहत्तर हेक्टेयर) सिंचाई क्षमता का विकास किया गया है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 4530 (चार हजार, पाँच सौ, तीस) सोलर स्ट्रीट लाईट का अधिष्ठापन किया गया है। जिला आपदा कार्यालय द्वारा नदी/तालाबों/नहरों/वज्रपात से इस वित्तीय वर्ष में मृत 19 (उन्नीस) व्यक्तियों को आश्रितों के बीच 4 लाख रूपये की दर से कुल 76,00,000 (छिहत्तर लाख) रूपये का भुगतान किया जा चुका है। कोविड-19 से मृत कुल 331 व्यक्तियों के आश्रितों को 4,50,000 (चार लाख, पचास हजार) रुपये की दर से अनुग्रह अनुदान के रुप में कुल 14,89,50,000 (चौदह करोड़, नवासी लाख, पचास हजार) रुपये का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत गरीबों को कुल 1423 (एक हजार, चार सौ तेइस) टेम्पू/ऑटोरिक्शा तथा 15 लाभुकों को एम्बुलेंस उपलब्ध कराया गया है। इस प्रकार इस योजना से कुल 1438 (एक हजार, चार सौ, अड़तीस) लाभुक लाभान्वित हुए हैं। अल्पसंख्यक कल्याण योजनान्तर्गत मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री परित्यक्ता/तलाकशुदा योजना, मदरसा सुदृढ़ीकरण योजना, मुख्यमंत्री श्रमशक्ति योजना के क्षेत्र में जिला प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम अन्तर्गत कुल 22 (बाईस) पेंशनधारियों को प्रतिमाह पेंशन का भुगतान किया जा रहा है। इस जिले में अनुसुचित जाति संवर्ग के गरीब छात्रों के लिए कुल 02 एवं अनुसूचित जनजाति संवर्ग के लिए 07 कुल 09 आवासीय विद्यालय संचालित है, तथा अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए जननायक कर्पूरी छात्रावास का सफल संचालन किया जा रहा है। अति पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को बी0पी0एस0सी की प्रारंभिक परीक्षा में उर्तीण होने पर 50,000.00 (पचास हजार) एवं यू0पी0एस0सी0 की प्रारंभिक परीक्षा में उर्तीण होने पर 1,00,000.00 (एक लाख) रू० मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत प्रदान की जाती है।

उन्होंने कहा कि थरुहट क्षेत्र के अनुसूचित जनजातियों (थारू, उरांव एवं गोड़) एवं अन्य गरीबी रेखा से नीचे बसर कर रहे व्यक्तियों के समेकित विकास हेतु बिहार सरकार द्वारा वर्ष 2009 में समेकित थरूहट विकास अभिकरण की स्थापना इस जिले में की गई है। थरुहट क्षेत्र के चार प्रखण्डों (बगहा-02, रामनगर, गौनाहा एवं मैनाटाड़) के कुल 43 पंचायतों में यह योजना कार्यान्वित है। युवा कौशल विकास हेतु इस क्षेत्र के युवक/युवतियों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण, सिक्योरिटी गार्ड प्रशिक्षण, ड्रेस मेकिंग, सिलाई-कटाई प्रशिक्षण, इलेक्ट्रीशियन इत्यादि का प्रशिक्षण कराया जाता है। इस योजना के अन्तर्गत वर्ष 2010-11 से 2023-24 तक कुल 50.19 करोड़ (पचास करोड़, उन्नीस लाख) की लागत से अब तक कुल 256 योजनायें पूर्ण कराई गई है। साथ ही साथ इस योजना अन्तर्गत थरुहट क्षेत्र में मुख्य रुप से पथ निर्माण, स्वच्छ पेयजल आपूर्ति, जलापूर्ति पम्प का निर्माण, पुस्तकालय भवन का निर्माण, आवासीय विद्यालय निर्माण, प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्र का निर्माण आदि योजनायें क्रियान्वित है। उन्होंने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम-2015 के लागू होने के बाद से जिला के कुल 04 लोक शिकायत निवारण कार्यालयों में कुल 37356 (सैतीस हजार, तीन सौ, छप्पन) परिवाद पत्र प्राप्त हुए हैं, जिसके विरूद्ध 36808 (छत्तीस हजार, आठ सौ, आठ) परिवादों का ससमय विधिवत निवारण किया जा चुका है। जिला कृषि कार्यालय अन्तर्गत प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंर्तगत जिले के 2,75,021 (दो लाख, पचहत्तर हजार, इक्कीस) रैयती किसान परिवारों को लाभान्वित किया गया है। इसके अन्तर्गत प्रत्येक चार माह पर 2,000 (दो हजार) रूपये, कुल सलाना 6,000 (छः हजार) रूपये सहायता राशि दी जा रही है। इसके अतिरिक्त बीज वितरण योजना, कृषि यांत्रिकीकरण राज्य योजना आदि से किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अन्तर्गत परिमार्जन पोर्टल पर प्राप्त कुल 2,17,618 (दो लाख, सतरह हजार, छह सौ, अठारह) आवेदनों में से 2,12,948 (दो लाख, बारह हजार, नौ सौ, अड़तालीस) आवेदनों का निष्पादन किया जा चुका है। ऑनलाईन दाखिल खारिज के अन्तर्गत कुल प्राप्त 4,95,851 (चार लाख, पन्चानवे हजार, आठ सौ, इक्यावन) में से 4,42,624 (चार लाख, बयालीस हजार, छह सौचौबीस) का निष्पादन किया जा चुका है। अभियान बसेरा-1 के अन्तर्गत 8655 (आठ हजार, छह सौ पचपन) परिवारों के बीच भूमि वितरित किया गया है। भूमि विवाद (शनिवारीय) बैठक के अन्तर्गत प्राप्त कुल आवेदन 7559 (साह हजार, पाँच सौ उनसठ) में से 7085 (सात हजार, पचासी) आवेदन निष्पादित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम संचालित है तथा भव्या कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले के सभी अस्पतालों में सम्पूर्ण चिकित्सा व्यवस्था ऑनलाईन तरीके से की जा रही है। विद्युत आपूर्ति प्रमण्डल, बेतिया द्वारा 5809 (पाँच हजार, आठ सौ, नौ) इच्छुक आवेदकों को कृषि विद्युत संबद्धन किया जा चुका है। राज्य योजना अन्तर्गत नरकटियागंज प्रखण्ड के महेशपुर में विद्युत शक्ति उपकेन्द्र का निर्माण कराया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिला प्राकृतिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक रुप से प्रसिद्ध रहा है। वर्तमान में पर्यटन के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। अमवा मन को गेट-वे ऑफ पश्चिम चम्पारण के रुप में विकसित किया गया है, जो एक मनोरम प्राकृतिक जलाशय है। इसके साथ ही पश्चिम चम्पारण जिले के प्रसिद्ध मर्चा चूड़ा को जी0आई टैग प्राप्त हो चुका है। जिसके कारण चम्पारण को एक वैश्विक पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि वाल्मीकिनगर टाईगर रिजर्व/उदयपुर पक्षी विहार, हजारीमल धर्मशाला, वृंदावन आश्रम, सिद्धपीठ पुजहाँ पटजिरवा माई स्थान, बैरिया, सरेयामन उदयपुर (जंगल), सनकहिया माई स्थान, बैरिया, खड्डा माई स्थान, नौतन, दुर्गा स्थान, बेतिया, नंदनगढ़, लौरिया, सोमेश्वर पहाड़ी, रामनगर जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को आधारभूत सुविधाओं से युक्त करते हुए परिवहन के विभिन्न माध्यमों से जोड़ा जा रहा है, जो पश्चिम चम्पारण को बिहार ही नही बल्कि भारत में एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में बढ़ता हुआ कदम है। उन्होंने कहा कि जिले में प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2023-24 में चयनित प्रथम चरण अन्तर्गत कुल 4477 (चार हजार, चार सौ, सतहतर) शिक्षकों को नियुक्त किया गया है, एवं द्वितीय चरण अन्तर्गत कुल 4361 (चार हजार, तीन सौ, एकसठ) शिक्षकों को इस जिले के लिए चयनित किया गया है। उक्त शिक्षकों में से कुल 8079 (आठ हजार उन्नासी) शिक्षक वर्त्तमान समय में विद्यालय में शैक्षणिक कार्यों का सम्पादन कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं के लिए पोशाक, छात्रवृत्ति, साईकल आदि अनेक योजनाएँ चलाई जा रही हैं। साथ ही हैंडवाशिंग स्टेशन, कस्तुरबा गाँधी बालिका विद्यालय छात्रावास आदि का निमार्ण भी कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के माध्यम से लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान, जल जीवन हरियाली योजना, महात्मा गाँधी नरेगा योजना, आवास योजना आदि का सफल संचालन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त नरकटियागंज प्रखण्ड में कुल 36.47 लाख (छतीस लाख, सैंतालीस हजार) रुपये की लागत से गोबर्धन योजना का निर्माण कराया जा रहा है। महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र के स्तर से मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्न्यन योजना आदि का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आप अवगत हैं कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहां की गंगा-जमुनी तहजीब विश्व विख्यात है। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता विधि-व्यवस्था का संधारण एवं कानून का राज स्थापित करना है। राज्य के सभी नागरिक बिना भय के अमन-चैन से रहें तथा साम्प्रदायिक सौहार्द, भाई-चारा बनाये रखें, समाज के सभी वर्गों को न्याय एवं उनका हक मिले, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। जिला प्रशासन द्वारा आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप कानून एवं विधि-व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि आज इस पुनीत एवं महान अवसर पर हम समाज के सभी धर्मों, सम्प्रदायों, वर्गों, जातियों के लोगों का आह्वान करते हैं कि देश और राज्य को आगे बढ़ाने में हम सब मिल जुलकर काम करें एवं सतत जागरूक रहकर भ्रष्टाचार एवं अपराध मुक्त एक स्वस्थ एवं समृद्ध देश के निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दें। इस अवसर पर कृषि, शिक्षा आदि क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिले के कृषकों, छात्र-छात्राओं डॉ0 अभिषेक प्रताप सिंह, लक्ष्मी प्रसाद, सुमन देवी, शैलेन्द्र कुमार, उषा कुमारी, रितेश कुमार, धर्मवीर कुमार, सिमरन कुमारी, म0 आसिफ को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

By प्रभात इंडिया न्यूज़

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