परिवार में संस्कारपूर्वक हर व्यक्ति का सम्मान ही, स्वतंत्रता का सही अर्थ है- पंडित भरत उपाध्याय।
प्रभात इंडिया न्यूज/डेस्क भीतहा/मधुबनी से अजय गुप्ता
भीतहा/मधुबनी/प्रखंड मधुबनी अंतर्गत राजकीय कृत हरदेव प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज के पूर्व प्राचार्य पं०भरत उपाध्याय ने निज निवास पर झंडा फहराने के बाद ,78 वें स्वतंत्रता दिवस पर चंपारण के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि-* आज का पावन दिवस है, माँ भारती के उन वीर सपूतों के नाम जिन्होंने अपना बलिदान केवल इस लिए कर दिया ताकि हमें जीवन दान मिल सके, जो हँसते – हँसते इसलिए मर गये ताकि हम हँसते – हँसते जी सकें और जिन्होंने अपने माथे पर अपने ही हाथों से इसलिए कफ़न बाँध लिया ताकि हम अपने मांथे पर सेहरा सजा सकें।यह स्वतंत्रता हमें उपहार और उपकार में नहीं अपितु बलिदान से प्राप्त हुई है। अपनों के लहू से प्राप्त इस स्वतंत्रता का मूल्य हमें आज समझना होगा।देश की रक्षा करना केवल सैनिकों का ही दायित्व नहीं है अपितु अपनी जिम्मदारियों को हम सबको भी पालन करना होगा। प्रत्येक भारतीय एक ज़िम्मेदार नागरिक की तरह जीवन जिएँ तभी भारत माँ का मस्तक गौरव से ऊँचा होगा।माँ भारती का सम्मान व भारतीय आदर्श जीवन मूल्यों का रक्षण करते हुए जीवन जीना वास्तविक अर्थों में यही सच्ची स्वतंत्रता है।* आज संकल्प लें कि हम हमारे भारत के प्रत्येक व्यक्तियों का और उनके परिवारों का सदैव सम्मान करेंगे।सही शब्दों में स्वन्त्रता का अर्थ यही है।स्थानीय इंटरमीडिएट कॉलेज में प्रधानाचार्य संतोष कुमार त्रिपाठी ने झंडा फहराया। इस अवसर पर ठाकुर इंद्रासन सिंह सहित सभी शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे। गंडक पार के सभी शिक्षण संस्थानों में उत्साह पूर्वक स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। साथ ही चारों तरफ़ हर-घर पर तिरंगा लहराते देखा गया , जहां देखें बालक, वृद्ध, नौजवान सभी उल्लास पूर्वक हर्षित थे।