प्रभात इंडिया न्यूज़/अजय गुप्ता भितहा/बगहा, स्थानीय प्रतिष्ठित गांव नरईपुर में कल सायंकाल डॉक्टर रविकेश मिश्रा की अध्यक्षता में “परिवार में संस्कार के महत्व”विषय पर एक गोष्ठी आयोजित की गई।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय मानसवक्ता अखिलेश शाण्डिल्य ने कहा ,कि संस्कार से हीपरिवार, अनुशासित, संगठित एवं समृद्ध रहता। संस्कार युक्त परिवार में साक्षात सरस्वती का निवास होता है, साथ ही सुख और शांति बनी रहती है।
पूर्व प्राचार्य पं०भरत उपाध्याय ने कहा कि संस्कार से ही परिवार एवं समाज में हमारी संस्कृति की पहचान है।हम सभी का दायित्व है कि परिवार में युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाएं, ताकि वे अपनी परंपरा और संस्कृति को सुरक्षित रख सकें। इसके लिए परिवार में सभी को शिक्षित होना अनिवार्य है। कहा गया है कि —
क्षणश: कणशश्चैव
विद्यामर्थं च साधयेत्।
क्षणत्यागे कुतो विद्या
कणत्यागे कुतो धनम् ।।
क्षण-क्षण विद्या के लिए और कण-कण धन के लिए प्रयत्न करना चाहिए।समय नष्ट करने पर विद्या और साधनों के नष्ट करने पर धन कैसे प्राप्त हो सकता है।
इस अवसर पर पं०शुभ्रांशु मिश्र, उपेंद्र मिश्रा, धीरेन्द्र मिश्रा, घनश्याम मणि ने भी अपना विचार प्रकट किए।
अंत में आभार व्यक्त करते हुए पूर्व प्राचार्य डॉ रविकेश मिश्रा ने कहा कि परिवार में संस्कार को बनाये रखने केलिए इस तरह के आयोजन होना बहुत जरूरी है।इससे समाज को नई ऊर्जा प्राप्त होगी।