प्रभात इंडिया न्यूज़ बेतिया (सोनू भारद्वाज) 2024 सीटू द्वारा राष्ट्रव्यापी मांग दिवस के अवसर पर बेतिया में सोवा बाबू चौक पर नुक्कड़ सभा किया गया। इसके पूर्व रिक्शा मजदूर सभा भवन से मार्च निकाला गया और सरकार विरोधी नारे लगाए गए। सभा को संबोधित करते हुए बिहार राज्य रिक्शा मजदूर सभा के अध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव ने बताया कि मोदी सरकार घोर मजदूर विरोधी सरकार है।तमाम जनवादी अधिकारों को समाप्त कर रही है।मौलिक अधिकार भी छीना जा रहा है।आज संविधान खतरे में है।स्कीम वर्कर्स में खास कर महिलाओं का हालत खराब हो रहा है।आशा,आंगनवाड़ी,सेविका,सहायिका,रसोइया आदि को जीने लायक पैसे नहीं दिए जा रहे हैं।इसलिए इन्हें 26 हजार रुपए न्यूनतम वेतन दिया जाय। सीटू जिला अध्यक्ष विनोद कुमार नरुला ने कहा कि मोदी सरकार कारपोरेट पक्षीय सरकार है ।सारे श्रम कानून को समाप्त कर 4 श्रम संहिता बना दिया है। जो घोर मजदूर विरोधी है ।मोदी सरकार ने नई पेंशन नीति बनाई है ।जिससे मजदूरों को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है ।मजदूरों की लगातार छटनी हो रही है। उन्हें सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है ।इसलिए पुरानी पेंशन नीति को मजदूर हित में बहाल करना होगा। उन्होंने आगे कहा की अंबानी अडानी की पक्ष में काम करने वाली मोदी सरकार के खिलाफ देश के मजदूरों को एकताबद्ध होना होगा और जब तक किसान मजदूर की मजबूत एकता के बल पर हम लड़ाई नहीं लड़ेंगे ।तब तक हमारी समस्याओं का निदान नहीं हो सकता। सीटू के जिला मंत्री शंकर कुमार राव ने कहा कि आज महंगाई इतनी बढ़ गई है कि असंगठित क्षेत्र के मजदूर तथा आम जनता की थाली से दाल उठ चुका है ।अब सब्जी इतनी महंगी हो गई है कि गरीबों की थाली से वह भी उठने वाला है। ऐसी स्थिति में मजदूर के सामने भूख का संकट खड़ा है। इसलिए मजदूरों को एकजुट आंदोलन के लिए तैयार रहना पड़ेगा।
उन्होंने निम्नलिखित मांगों को रखा ।
श्रम संहिताओं को खत्म करो ,एनएमपी को खत्म करें और निजीकरण के अन्य सभी रूपों को रोकें,सभी मजदूरों के लिए न्यूनतम वेतन रु॰ 26,000/- प्रति माह से कम नहीं हो,
ठेकेदार बदल जाने पर भी ठेका कर्मचारियों को जारी रखकर ठेका कर्मचारियों के लिए नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करो; स्थायी कर्मचारियों के समान कार्य करने वाले ठेका कर्मचारियों के लिए समान वेतन और हितलाभ सुनिश्चित करो,
नई पेंशन स्कीम हटाओ, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करो,
योजना कर्मियों – आँगनवाड़ी वर्कर्स एव हैल्पर्स, आशा और मध्याह्न भोजन कर्मियों तथा अन्य – को मजदूर के रूप में मान्यता दी जाए तथा उन सभी के लिए न्यूनतम वेतन और पेंशन सहित सामाजिक सुरक्षा लाभ सुनिश्चित किए जाऐं।
,राज्य कमेटियों द्वारा आवश्यक समझे जाने पर कोई अन्य महत्वपूर्ण स्थानीय माँग भी जोड़ी जा सकती है।
राष्ट्रिय सीटू के जिला सचिव राव ने कहा कि बड़े पैमाने पर लामबंदी करके 14 अगस्त 2024 को सामूहिक जागरण करने का भी निर्णय लिया गया है।जिसकी विस्तार से सूचना बाद में दी जाएगी। नुक्कड़ सभा को किसान नेता चांदसी प्रसाद यादव, अजय सुहाग,अवधविहारी प्रसाद, आस मोहमद,झुनू मियां,मदन पटेल, सदरे आलम, बीरेंद्र राम आदि ने संबोधित किया।