प्रभात इंडिया न्यूज/मधुबनी, अजय सिंह चंदेल।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मधुबनी में शनिवार को समाज को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। पीएचसी से निकलने के बाद महज 50 मीटर की दूरी पर ही एक महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। स्थानीय महिलाओं ने साड़ी की ओट देकर महिला को प्रसव कराया। परंतु हॉस्पिटल के लोग नही पहुचे। बाद में ग्रामीणों के हंगामा करने पर महिला को पीएचसी लाया गया व ट्रीटमेंट किया गया।
जानकारी के अनुसार भापसा गांव निवासी रिंकू देवी पति सुरेंद्र पाल डिलेवरी के लिए शुक्रवार की रात मधुबनी पीएचसी पहुची। रात में ईलाज चला परंतु बच्चे की पैदाइसी नही हो सकी। सुबह करीब 9 बजे एएनएम सिंधु कुमारी द्वारा बताया गया कि प्रसव में अभी देरी हैं। जबकि महिला रात भर दर्द से छटपटाती रही। उसके बाद आशा कर्मी राबड़ी देवी द्वारा निजी क्लिनिक में जाने के लिए कहा गया। महिला पैदल ही अस्पताल से महज 50 मीटर की दूरी पर पहुची थी कि दर्द से एक पेड़ के नीचे बैठ गई। व वही बच्चे को जन्म दे दिया। महिला की स्थिति देख स्थानीय महिलाएं पहुची एवं सुरक्षित बच्चे का प्रसव कराया।
पेड़ के नीचे महिला के बच्चे की जन्म देने की खबर आग की तरह फैल गई। स्थानीय ग्रामीण हॉस्पिटल पहुँच कर हंगामा किया तब जाकर हॉस्पिटल कर्मी महिला को हॉस्पिटल के अंदर ले गए व ट्रीटमेंट किया। जच्चा बच्चा दिनों सुरक्षित है।
इस संबंध में पीएचसी प्रभारी ड्रा आनंद कुमार ने बताया कि, महिला का ट्रीटमेंट रात भर चला, सुबह बिना रेफर के जबजस्ती महिला बाहर निकल गई। व जैसे सूचना स्वास्थ्यकर्मियों को लगामहिला को हॉस्पिटल में लाया गया व ट्रीटमेंट किया गया।