प्रभात इंडिया न्यूज़ नरकटियागंज (गुलाम साविर)
नरकटियागंज मंगलवार के रात्रि करीब 8:22 बजे नारायण भगत, उम्र करीब 64वर्ष, पकड़ी गांव निवासी व्यक्ति का इलाज कराने परिजन अनुमंडल अस्पताल पहुंचे, जहां 2 घंटा इलाज के बाद मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी तब कार्यरत डॉक्टर बेतिया जी एम सी एच ले जाने की बात कही उसके बाद आनन-फानन में परिजनों द्वारा 102 पर डायल कर एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराया लेकिन एंबुलेंस ड्राइवर के लापरवाही के कारण मैरिज की मृत्यु एंबुलेंस में ही हो गई। जिसको लेकर परिजन आग बबूला हो गए और डाक्टर समेत एंबुलेंस ड्राइवर को भद्दी भद्दी गालियां देते हुए चिल्लाना शुरू किया उसके बाद किसी ने 112 पुलिस टीम को फोन कर बुलाए। 112 टीम के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ और परिजन सरकारी एंबुलेंस से शव को लेकर अपने घर चले गए। परिजनों ने बताया कि मरीज का सांस लेने में कठिनाई हो रहा था जिसको लेकर हम लोग अनुमंडल अस्पताल पहुंचे यहां पर इलाज किया गया लेकिन स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने बेतिया ले जाने को कहा लेकिन एंबुलेंस में ऑक्सीजन की सुविधा नदारत होने के वजह से दम घुटने से मरीज की मृत्यु एंबुलेंस में हो गई। मृत्यु होने के सूचना पाते ही एंबुलेंस ड्राइवर एंबुलेंस छोड़कर फरार हो गया। यह नरकटियागंज अस्पताल का दुर्भाग्य है और अव्यवस्था के कारण आए दिन मरीजों की मौत होती रहती है लेकिन कभी भी किसी पदाधिकारी या जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस तरफ नहीं हो पता है कहीं ना कहीं यहां के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा माना जा सकता है।