जीवन में भगवान राम के चरित्र का अनुसरण करने का प्रयास करें। निश्चित ही जीवन में परिवर्तन आएगा
प्रभात इंडिया न्यूज़ संवाददाता राणा प्रताप गुप्ता।
बेतिया।श्री राम कथा जीवन जीने की कला सिखाती है।भगवान राम के चरित्र का अनुसरण करने का प्रयास करें।निश्चित ही जीवन में परिवर्तन आएगा।उक्त बातें पूर्व डीजीपी सह जगतगुरु रामानुजाचार्य आचार्य पंडित गुप्तेश्वर पांडे ने कहीं।वे योगापट्टी प्रखंड के पिपरा नौरंगिया पंचायत के महारानी जानकी कुंवर रामदरबार ज्ञानेश्वर शिव मंदिर चमैनिया के प्रांगण में आयोजित ग्यारह दिवसीय शिवशक्ति एवं प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ के आठवें दिन श्रद्धालुओं के बीच बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि राम रहीम एक हैं।श्रीराम कथा में समाजसेवी विवेक पाठक,पूर्व मुखिया कन्हैया पांडेय,मुखिया संतोष कुमार,तबरेज़ अजीज,अध्यक्ष विपन पाल,सुनील ठाकुर, अरविन्द मिश्रा,चुनु ठाकुर पहुंचकर परमपूज्य बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी सह जगतगुरु रामानुजाचार्य आचार्य श्री गुप्तेश्वर पांडेय जी महाराज का पुष्पहार से स्वागत किया और उनका आशीर्वाद ग्रहण किया तथा कथा का श्रवण किया।आचार्य पंडित गुप्तेश्वर पांडे ने कहा यहां गंगा जमुना की संस्कृति की झलक दिखती है।महायज्ञ में हिंदू से लेकर मुस्लिम धर्मावलंबी के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।उन्होंने कहा की रामकथा में बताया की भगवान राम ने एक अच्छे पुत्र,अच्छा पिता,अच्छे पति व अच्छे भाई के रूप में अपने जीवन को जिया।उन्होंने कहा कि भगवान राम ने जिस प्रकार अयोध्यावासियों के सम्मुख अपने जीवन का त्याग प्रस्तुत किया। वह अभूतपूर्व था।एक सामान्य पुरुष राज गद्दी के लिए सबकुछ करने के लिए तैयार होता है।लेकिन उन्होंने पिता के वचनों को पूर्ण करने और मां कैकेयी के हर्ष के लिए वनवास जाना उत्तम समझा।उन्होंने मानव –समाज के समक्ष जो आदर्श प्रस्तुत किया।वह वर्तमान में भी प्रासंगिक है।उससे प्रेरणा लेकर हमें अपने जीवन को उत्तम बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नारियों को सम्मान देना जरूरी है।इस संसार में मां हमेशा से ही पूजनीय है। नारी एक मां,बहन,पत्नी और अलग-अलग रूपों में हमारे सामने आती है।उसका सम्मान करेंगे तो हम भी जगत से सम्मान पाएंगे।उन्होंने नारियों के प्रति होने वाले अत्याचार का विरोध किया।कहा कि भगवान राम और हनुमान की तरह माताओं का सम्मान करें।राम कथा सुनने श्रद्धालुओं की काफी भीड़ मौजूद रही है।मौके पर जगन साह,राकेश शर्मा,धर्मेन्द्र कुमार,अरुण पांडये,उपेन्द्र साह,दिनेश कुशवाहा,अनूप तिवारी,अभिषेक राय,आदि लोग रहे।