प्रभात इंडिया न्यूज मधुबनी प्रखंड संवाददाता दिनेश शुक्ल की रिपोर्ट//मधुबन शिव ही सत्य है,शिव ही सुंदर हैं, शिव के भक्ति से सभी पापों का नष्ट हो जाता हैं। जब जब शिव को भक्तों ने पुकार हैं, शिव जी प्रकट होकर अपने भक्तों की रक्षा किया है। प्रभु श्री राम भी शिव को अपना आराध्य मानते थे। लंका जाते समय समुद्र तट पर शिव की आराधना कर शिवलिंग का स्थापना किया था। जो आज भी रामेश्वर के नाम से जाना जाता है। ऊक्त बाते आचार्य स्वामी जगदीश दास ने कही। वे हारनाटाड़ के पास सीधाव में हो रहे रुद्र महायज्ञ के 5वे दिन सोमवार को शिव भक्तों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि, शिव की महिमा को देखते हुए ऋषियों द्वारा द्वादश ज्योतिर्लिंगों का स्थापना किया गया है, जो देश के चारो दिशाओं में स्थापित हैं। आचार्य स्वामी जगदीश दास ने बताया कि, यज्ञ करने एवं कराने से मन पवित्र होता है। वातावरण शुद्ध होता है, मन की विकृतियां समाप्त होती हैं। इसलिए सभी को यज्ञ में सहभागी होना चाहिए। स्वामी दास जी ने यह भी बताया कि, मेरे द्वारा वेद गुरुकुल चलाया जाता है। जिसमे निःशुल्क बच्चो को शिक्षा दी जाती हैं। वही भक्त निःशुल्क प्रबचन के लिए संपर्क कर सकते हैं। वही यज्ञकर्ता शिवम त्रिपाठी, माधव अवस्थी, एवं राजेश पाठक ने बताया कि, यह रुद्र महायज्ञ 29 फरवरी से 9 मार्च तक चलेगा। जिसमे भक्तों के लिए प्रबचन, भजन कीर्तन आदि की ब्यवस्था हैं। 9 मार्च को यज्ञ की पूर्णावती की जाएगी। ऊक्त यज्ञ समिति की अध्यक्ष सामधानी यादव, सहित हरिद्वार महतो, राजू यादव, उत्तम शर्मा, मदन मोहन दुबे सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।