प्रभात इंडिया न्यूज लौरिया से (प्रियतम कुमार)| प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों ऐसे गांव है जहां सामुदायिक शौचालय बने हैं जो सार्वजनिक हित के बदले निजी हित के लिए बनाए गए है। उक्त बाते राजद नेता सुरेश कुशवाहा ने कही। बता दे कि लौरिया प्रखंड क्षेत्र के मठिया पंचायत स्थित वार्ड संख्या पांच व गोबरौरा पंचायत के धांगड़ टोली, एवं गोबरौरा गांव में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ है। जिसमें एक शौचालय की लागत करीब दो लाख नब्बे हजार रुपए है। दोनों पंचायतों में बने सामुदायिक शौचालय उद्घाटन से पहले भ्रस्टाचार का शिकार हो गया है। ये सभी योजनाएं सिर्फ सरकारी खजाने का बंदरबांट करने के लिए धरातल पर लाई जाती है। ताकि संवेदक तितर बितर कार्य कराकर राशि का गबन कर सके। मठिया पंचायत में बने सामुदायिक शौचालय का निर्माण महादलित बस्ती में कराया गया था। ताकि जिनके घर शौचालय नहीं है वे सामुदायिक शौचालय का उपयोग कर सके। लेकिन मठिया पंचायत स्थित वार्ड संख्या पांच में बने सामुदायिक शौचालय का उपयोग एक दिन भी किसी ने नहीं किया है। आज की स्थिति में सामुदायिक शौचालय जीर्णशीर्ण अवस्था में पड़ा है। जबकि गोबरौरा पंचायत के धांगड़ टोली में बना सामुदायिक शौचालय में स्थानीय लोग खर पतवार रखकर भर दिए हैं। सामुदायिक शौचालय के किसी भी कमरा में एक भी दरवाजा नही है। यहां तक की हांथ पाव धोने के लिए हैंडपम्प भी लोग खोल लिए गए है। इस सम्बंध में मठिया पंचायत के वर्तमान मुखिया प्रतिनिधि अविनाश शेखर ने बताया कि मुझे बार बार प्रखंड के स्वच्छता विभाग द्वारा मेरे पंचायत में बने सामुदायिक शौचालय का मरम्मत करने के लिए प्रेशर दिया जा रहा है। जबकि गोबरौरा पंचायत के मुखिया संजय पाठक ने बताया कि धांगड़ टोली में बना सामुदायिक शौचालय हमारे कार्यकाल से पहले का है। इस संबंध में हम कुछ नहीं कह सकते। साथ ही उन्होंने बताया कि मेरे ही पंचायत के गोबरौरा गांव में एक और शौचालय बना है जो आज के समय में भी अर्धनिर्मित अवस्था मे पड़ा हुआ है। ऐसा नहीं कि केवल दो ही पंचायतो में सामुदायिक शौचालय की यह स्थिति है। प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में इस तरह के सामुदायिक शौचालय है जो या तो अर्धनिर्मीत हैं या बने हैं तो उपयोग में नहीं है या जिर्ण शीर्ण अवस्था मे वीरान पड़ा है। वहीं इस संबंध में लोहिया स्वच्छता अभियान के प्रखंड समन्वयक पुनम कुमारी ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के महादलित बस्ती में कुल 14 शौचालय बने है। जो भी शौचालय ध्वस्त हैं उन्हे सही कराने के लिए हम पंचायत सचीव से बात किए है। उन्होंने बताया कि हम सभी महादलित बस्तीयो मे जाकर सामुदायिक शौचालय के लाभुकों से बात करेंगे और उन्हे शौचालय देख रेख करने के लिए प्रेरित भी करेंगे।