प्रभात इंडिया न्यूज प्रमंडल एडिटर बेतिया से (सोनू भारद्वाज) बिहार प्रदेश खेतिहर मजदूर यूनियन के पश्चिम चंपारण जिला कमेटी द्वारा आज बेतिया जिला समरहरणालय पर मजदूरों के समस्याओं को लेकर विशाल धरना दिया गया। धरना के मुख्य मांगो को रखते हुए बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव ने बताया की आज देश की मोदी सरकार मजदूरों को सरकार से मिलने वाले अधिकारों में लगातार कटौती कर रही है । मनरेगा कानून से मिलने वाले काम में 33 प्रतिशत की कटौती की गई है। देश के अंबानी , अडानी जैसे कारपोरेट घरानों का 14 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिया। लेकिन गरीबों के लिए कोई योजना नहीं बनी। घाटे की खेती करने वाले किसानों के लिए कोई योजना नहीं बनाई गई। एम एस पी कानून बनने पर 4 लाख करोड़ रुपए खर्च होना है। उसे लागू नहीं कर रहा है। लेकिन 14 लाख करोड़ अंबानी अडानी का माफ कर दिया गया। बिहार राज्य खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव प्रभुनाथ गुप्ता ने कहा कि महागठबंधन की सरकार द्वारा पारित 5 डिसमिल जमीन भूमिहीनों के आवास के लिए नहीं दिया जा रहा है। मनरेगा योजना में काम की अवधि 2 सौ दिन नहीं किया जा रहा है। जौब कार्ड में कटौती की जा रही है। राशनिंग व्यवस्था को समाप्त करने की गरीब विरोधी नीतियां बनाई जा रही है।सभी गरीब किसान , मजदूरों को 3 हजार रुपए पेंशन की गारंटी नहीं दी जा रही है। मनमाने ढंग नाजायज बिजली बिल दिया जा रहा है और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।राज्य किसान नेता चांदसी प्रसाद यादव ने कहा कि गरीब विरोधी भाजपा नीतीश सरकार के खिलाफ 3 मार्च को पटना गांधी मैदान में होने वाले जन विश्वास रैली में पश्चिम चम्पारण से अधिक संख्या में किसान मजदूर पटना जाएंगे।धरना की अध्यक्षता प्रकाश कुमार वर्मा ने करते हुए बतलाया कि गरीब भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन के के लिए हमारा संघर्ष चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि केरल के समान बिहार में भी न्यूनतम मजदूरी 6 सौ रुपए करना होगा। जबकि धरना को सीटू नेता शंकर कुमार राव, म. हनीफ, सदरे आलम , मनोज कुशवाहा, मुस्तकीम साई, गुड़िया देवी, उमेश यादव, रमेश महतो आदि ने धरना को संबोधित किया।

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