प्रभात इंडिया न्यूज़/बेतिया सोनू भारद्वाज
जिस मुल्क में शिक्षा की कमी है वहां कभी तरक्की नहीं होती।
सामाजिक बुराइयों को समाप्त करना है तो हमें अपने आनेवाली पीढी को शिक्षित करना होगा।अतिउरहमान चतुर्वेदी।
बेतिया।देश की तरक्की के लिए एकता,अखंडता के लिए हिन्दू, मुसलमानों की एकजुटता जरूरी है।मजहबे इस्लाम अमन का पैगाम देता है।इंसानियत खिदमत,दीन की रौशनी में अच्छा काम करना हदीश सिखाता है,जो हिन्दू और मुसलमानो को बांटने की बात करता है वो ही गद्दार है।धर्म के नाम पर नफरत से देखना गलत बात है।नबी को मानने वाला कभी फसादी नहीं हो सकता।यह बातें योगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के पिपरहिया पंचायत के फ़लाहे इंसानियत फाउंडेशन सेमरी भवानीपुर में इसलाहे मुअसरा कॉन्फ्रेंस आयोजित जलसे में शुक्रवार की शाम अतिउरहमान साहब चतुर्वेदी ने अपनी तकरीर में कही।उन्होंने कहा कि आज हमारे दिलों में ना अल्लाह का खौफ रहा और ना पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की मुहब्बत रही।जब दोनों चीज बंदों के दिलों में रहे तो वह बंदा दोनो जहां में कामयाब है।अगर यह दोनों चीज जिसके पास मौजूद नहीं है,वह हर वक़्त परेशान रहा करता है।उन्होंने कहा कि आज की इस दौर में हर माता-पिता को चाहिए के अपने बच्चों को दीनी और दुनियावी दोनों तालीम दिलवाने की जरूरत है क्योंकि तालीम के बगैर जिंदगी अधूरी है।जब इल्म रहेगा तो वह शख्स हमेशा अच्छा काम करता हुआ नजर आएगा।तालीम पाने के बाद ही इंसान एक अच्छे और बुराई का पहचान कर सकते हैं।जिससे एक दूसरे लोगों को अच्छे राह दिखा सकते हैं।उन्होंने कहा कि हर शख्स को चाहिए के पैगंबर इस्लाम की जीवनी के नक्शे कदम पर चला जिस तरह पैगंबर ने हर एक इंसान छोटे-बड़े से मोहब्बत की और उनका सम्मान किया।हम सबों को चाहिए के पैगंबर के इस नक्शे कदम पर चल कर अपनी समाज को तरक्की दिलाने में भरपूर कोशिश करें।जलसा की आगाज कुरान तिलावत से कारी एकलाख अहमद साहब ने किया।वही जलसा की अध्यक्षता मोहम्मद तैयबुरहमान साहब व मंच संचालन मौलाना फैयाज अहमद अजहरी ने किया।शायरे इस्लाम मंजर कमाल दरभंगी ने अपने नातिया कलाम से लोगों को मोहा।वही जलसा में फ़लाहे इंसानियत फाउंडेशन के सदर कारी जहाँगीर साहब, डॉक्टर मौलाना खुर्शीद अलम भारती,मौलाना नासिर अली आदि ने संबोधित किया।जलसा में जिला पार्षद उपाध्यक्ष संतोष कुमार राव उर्फ बबलू सिंह,मुखिया पति श्यामसुंदर प्रसाद,पूर्व मुखिया ब्रिजकिशोर यादव उर्फ भोला यादव,सरपंच बिहारी राम,वकील शर्मा,रमेश राव लोग शामिल हुए।मौके पर डॉ असगर अंसारी,मोहम्मद उमर,नुरूलहोदा,मिरहसन अंसारी,अफाल अंसारी,आशिक अंसारी आदि कार्यकर्ता की विधि व्यवस्था में अहम भूमिका निभाई।